गठबंधन के बाद जिले में नया चुनावी गणित
जागरण संवाददाता, सम्भल: बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी के विजयरथ को उत्तर प्रदेश में रोकने के लिए सपा के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है। सपा और बसपा 3
सम्भल: बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी के विजयरथ को उत्तर प्रदेश में रोकने के लिए सपा के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है। सपा और बसपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। रायबरेली व अमेठी सीट कांग्रेस नेता सोनिया गांधी व राहुल गांधी के लिए छोड़ी गई हैं। दो सीटें अन्य सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई है। गठबंधन के बाद सम्भल में भी सपा और बसपा में खुशी का माहौल देखा गया। दोनों दलों के नेताओं ने इसे अच्छा निर्णय बताया। वहीं भाजपा ने कहा कि यह गठबंधन बेमेल है और असफल साबित होगा।
पार्टी हाईकमान ने सपा के साथ गठबन्धन करने का निर्णय लिया है। इस फैलने का हम स्वागत करते हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा बसपा मिलकर प्रदेश में 70 सीटे जीतेंगी। भाजपा का सफाया होगा। इसके बाद भाजपा देश से खत्म हो जाएगी और सरकार नहीं बना पाएगी। चुनाव में सेक्यूलर लोगों की जीत होगी।
अकीलुरर्हमान खां, पूर्व मंत्री बसपा सपा व बसपा के गठबन्धन का अच्छा फैसला लिया है। अब भाजपा की उल्टी गिनतीं शुरू हो चुकी है। गठबन्धन से भाजपा नेताओं के होश खराब हो रहे है। लोकसभा चुनाव 2019 में इसका असर दिखेगा। केंद्र में भी बदलाव आएगा। कार्यकर्ता गठबन्धन से उत्साहित हैं।
¨पकी यादव, विधायक असमोली, सपा सपा बसपा का गठबन्धन असफल साबित होगा। सपा व बसपा के कार्यकाल को जनता बखूबी देखा है। इन दोनों की सरकार में प्रदेश में लूट, चोरी, दुष्कर्म व भ्रष्टाचार के मामले में सामने सामने आते रहे है। इस गठबन्धन से कोई असर नहीं होने वाला। जनता मोदी जी के साथ है और फिर लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी।
राजेश ¨सघल, भाजपा जिलाध्यक्ष गठबन्धन को लेकर तीन पार्टियों का आंतरिक मामला है। अब हमारी पार्टी प्रदेश में 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के जो निर्देश प्राप्त होंगे उसको अमल किया जाएगा। कार्यकर्ताओं से मेहनत से चुनाव में जुट जाने का आह्वान किया जा रहा है।
विमलेश कुमारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष