बच्चों को शिक्षकों ने बनाया मजदूर, सिर पर टेबल रखकर पहुंचे स्कूल
थाना धनारी क्षेत्र के गांव खलीलपुर में शिक्षा विभाग की शर्मनाक तस्वीरें एक बार फिर सामने आ गयी। स्कूल परिसर के लिये नवनिर्मित बने फर्नीचर को मजदूरों से ना मंगाकर स्कूल के अध्यापकों ने बच्चों के हाथ से ही मंगा लिया।
सम्भल: जनपद के थाना धनारी क्षेत्र के गांव खलीलपुर में शिक्षा विभाग की शर्मनाक तस्वीरें एक बार फिर सामने आ गयी। स्कूल परिसर के लिये नवनिर्मित बने फर्नीचर को मजदूरों से न मंगाकर स्कूल के अध्यापकों ने बच्चों के हाथ से ही मंगा लिया। गुरुजनों ने जारी किया टेबल ढोने का फरमान
गुरुवार सुबह सवेरे स्कूल के निर्धारित समय पर पहुंचे बच्चो को स्कूल के प्रधानाचार्य व अध्यापकों ने गांव के ही एक फर्नीचर बना रहे कारीगर की दुकान से टेबल ढोने का फरमान जारी कर दिया। थाना क्षेत्र के गांव खलीलपुर के प्राथमिक स्कूल के फर्नीचर का निर्माण गांव के ही नजदीक एक दुकान में चल रहा था। जहां से स्कूल की टेबलों को मजदूरों द्वारा स्कूल परिसर तक न पहुंचाने पर स्कूल के अध्यापकों ने बच्चों को ही टेबल ढोने का फरमान जारी कर दिया। गुरुजनों में बच्चों को बना दिया मजदूर
शिक्षा के मन्दिर मे शिक्षा ग्रहण करने के लिये जाने वाले बच्चों को गुरुजी ने मजदूर बना दिया। छोटे छोटे नौनिहाल किसी तरह भारी भरकम टेबिलों को गिरते गिराते स्कूल परिसर पहुंचे। शिक्षा विभाग से वेतन के रुप मे अच्छी रकम प्राप्त करने वाले गुरुजनों ने पूरे प्रकरण पर मौन धारण कर लिया। इस पूरे मामले में गुन्नौर के खंड शिक्षा अधिकारी कमल राज दावा करते हुए कहते हैं कि अगर ऐसा है तो संबंधित स्कूल के अध्यापकों पर उचित कार्यवाही की जाएगी। पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी। चर्चा का विषय बना है मामला
फिलहाल, बच्चो को मजदूर बनाने का यह मामला आसपास ही नहीं बल्कि पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।