मां भगवती का नमन, मंत्रों संग डाली आहुति
जागरण संवाददाता सम्भल कल्कि महोत्सव के चौथे दिन गुरुवार को संकट मोचन महायज्ञ में श्री कल्ि
जागरण संवाददाता, सम्भल : कल्कि महोत्सव के चौथे दिन गुरुवार को संकट मोचन महायज्ञ में श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुख्य वेदी पर मां भगवती के बीज मंत्रों के साथ 108 आहुतियां लगवाई। मां वैष्णो देवी की आराधना की गई। मां वैष्णो देवी के शक्ति पाठ के मंत्रों का यज्ञाचार्य केशवदेव शर्मा ने भी उच्चारण किया।
मुख्य वेदी पर मुख्य यजमान संजीव त्यागी, पवित्रा त्यागी, लव कुश शर्मा, सुधीर चाहल, हेमंत सिंह परिहार ने आहुति दी। स्वामी विष्णु विनोद एवं स्वामी कल्याण देव ने मां वैष्णो देवी की आराधना की और माता के नौ रूपों को स्मरण किया। आहुतियां दी। मुख्य वेदी से संतों ने कहा कि मां भक्तों की सब मनोकामना पूरी करती हैं। सच्चे मन से जो मां की भक्ति करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। कल्कि धाम के प्रवक्ता गणेश ईशु प्रखर ने भी मां वैष्णो देवी की आराधना करते हुए उनके बीज मंत्रों के साथ मुख्य वेदी पर आहुतियां डाली। इसके बाद यज्ञ देवता और मां भगवती की आरती की गई। हलवे का प्रसाद वितरित किया गया। महोत्सव के चौथे दिन 108 संकट मोचन महायज्ञ में श्रद्धालुओं ने कोविड-19 के सारे नियमों के पालन करते हुए यज्ञ किया। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा कांग्रेस जिलाध्यक्ष बागपत, ओमकार कटारिया कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरोहा, मेहंदी हसन, संभल महिला की जिला अध्यक्ष कल्पना सिंह, अक्षय कुमार, रामअवतार जिदल, नरेंद्र कुमार आदि लोग उपस्थित रहे। उधर एसडीएम दीपेंद्र यादव व सीओ अरुण कुमार सिंह ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया और कोविड नियमों को लेकर सबको सजग किया। पद्मा के रूप में सम्भल आएंगी मां वैष्णो देवी : आचार्य प्रमोद कृष्णम
सम्भल : श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुख्य वेदी कहा कि जब कलयुग का अंतिम चरण समाप्त होगा तब भगवान श्री कल्कि का संभल में अवतार लेंगे। भगवान विष्णु के दशावतार श्री कल्कि के रूप में इस पवित्र धरती पर अवतार लेंगे। ऐसा ग्रंथों में भी लिखा है। उन्होंने कहा कि भगवान कल्कि के अवतार के बाद त्रिकूट पर्वत पर विराजमान मां वैष्णो देवी पिडी रूप से पदमा के रूप में प्रकट होकर आएंगी। भगवान श्री कल्कि के साथ मां वैष्णो देवी का अटूट नाता है। इसलिए कल्कि महोत्सव में मां वैष्णो देवी की आराधना बहुत जरूरी है।