राशन की दुकानों के प्रस्ताव में प्रशासन पर उठ रहीं अंगुलियां
सम्भल: गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे ग्रामीणों को मिलने वाले राशन पर राजनीतिक दवाब के चलते प्
सम्भल: गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे ग्रामीणों को मिलने वाले राशन पर राजनीतिक दवाब के चलते प्रशासन ने भी गोलमाल करना शुरू कर दिया है। सोमवार को तहसील क्षेत्र के 15 स्थानों पर होने वाले राशन की दुकानों के प्रस्ताव को लेकर पूरे दिन एसडीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन हुए और गांव में भी प्रस्ताव के दौरान हंगामा होता रहा। प्रशासन पर भी ग्रामीणों ने जमकर आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। सैदपुर गंगू के ग्रामीणों ने बिना जानकारी दिए ही बिजली घर पर प्रस्ताव करने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। वहीं ग्रामीणों ने चुनाव के बाद प्रस्ताव न लिखे जाने से नाराज होकर एसडीएम आवास को घेर लिया और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। यह स्थिति उस समय सामने आई जब खुली बैठक के दौरान प्रशासन ने दूसरे प्रत्याशी सामने न होने पर एक ही पक्ष के लोगों के दो गुट बनाकर चुनाव करा दिया। तो कही खुली बैठक की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विजयी प्रत्याशी के नाम प्रस्ताव लिखने पर रोक लगा दी।
मालूम हो कि तहसील क्षेत्र के असमोली, सम्भल, पवांसा ब्लाक के 15 गांवों में राशन डीलर की दुकान का प्रस्ताव खुली बैठक में सोमवार को होना था। इतने में अधिकांश दुकाने ऐसी है जिनके पूर्व में भी कई बार प्रस्ताव हो चुके है और राजनीतिक दवाब के चलते प्रस्तावों को खारिज कर दिया जा रहा है। नियम के अनुसार ग्राम पंचायत में ही राशन डीलर का प्रस्ताव होना होता हैं, लेकिन सैदपुर गंगू के ग्रामीणों का आरोप हैं कि प्रशासन ने राजनीतिक दवाब के चलते सोमवार को राशन डीलर का प्रस्ताव बिना बताए ढ़किया गांव में करने की तैयारी कर दी। इस मामले की जानकारी सैदपुर गंगू के लोगों को मिली तो वह एकत्र होकर एसडीएम कार्यालय पर पहुंच गए। ग्राम प्रधान समेत कई लोगों की एसडीएम से नोकझोंक हुई। एसडीएम ने आश्वासन दिया की मौके पर जाकर स्थान तय कर दूसरे किसी दिन प्रस्ताव किया जाएगा। आरोप हैं कि इसके बाद भी एसडीएम ने बिजली घर में जाकर प्रस्ताव कर दिया। मजे बात तो यह हैं कि जानकारी न होने के चलते दूसरे पक्ष तो प्रस्ताव में नहीं पहुंचा, लेकिन प्रशासन एक पक्ष में ही दो गुटों को मैदान में उतारकर प्रस्ताव करा दिया। ग्राम प्रधान पति दलजीत ¨सह ने बताया कि प्रशासन ने बिना किसी जानकारी के धांधली करके प्रस्ताव किया है। इसके लिए उग्र आंदोलन किया जाएगा। उधर सैंडा उर्फ सहेरा गांव में सातवीं बार खुली बैठक हुई। जिसमें सुरेश को 302 और केहरी को 193 वोट मिले। इस दौरान एसडीएम आपूर्ति निरीक्षक, सीओ समेत भारी पुलिस भी मौजूद रही। यहां के ग्रामीणों का आरोप हैं कि बैठक के बाद राजनीतिक दवाब के चलते प्रस्ताव नहीं लिया गया। ग्राम पंचायत सचिव ब्लाक कार्यालय में जाकर प्रस्ताव लिखने की बात कहकर चला गया। इससे गुस्साएं ग्रामीण ट्रैक्टर ट्राली भरकर एसडीएम आवास पर पहुंचे और आवास का घेराव कर हंगामा किया। कबीर की सराय में खुली बैठक के दौरान प्रधान बस्ता लेकर मौके से भाग गया। इस पर काफी हंगामा हुआ। सैफ खां सराय में भी खुली बैठक के दौरान वोटों को लेकर आपस में भिड़ गए। काफी देर तक हंगामा होता रहा। रुकनुद्दीन सराय में गुलनाज 248 मत मिले जबकि दूसरे प्रत्याशी को 25 मत मिले। जहां पर प्रस्ताव शांति पूर्ण हो गया है। उधर ¨हडौली गांव में भी प्रस्ताव होना था, लेकिन अधिकारी न पहुंचने के चलते प्रस्ताव नहीं हो सका। इसी के चलते सोमवार को ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पर पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। विजय ¨सह, जोगराज ¨सह, जगदीश, फिरासत, अशोक, राकेश, होरीलाल, राकेश आदि मौजूद रहे। उधर ¨हदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर राशन वितरण में धांधली करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। उनका आरोप हैं कि सैदपुर गंगू राशन डीलर के प्रस्ताव में धांधली की गई है। बिना सूचना दिए एक पक्ष के नाम प्रस्ताव कर दिया गया। अगर इस प्रस्ताव को निरस्त नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान प्रभारी अनुज कुमार शर्मा, दलजीत ¨सह, सरजीत ¨सह, अनुज शर्मा, योगेंद्र ¨सह, मुकेश ¨सह, चचंल आदि मौजूद रहे।