ईद बन गया यादगार, अल सुबह छोड़ दिए 31 मुस्लिम लोग
सम्भल शेल्टर होम में क्वारंटाइन कराए गए लोगों की ईद को प्रशासन की ओर से यादगार बना दिया गया।
सम्भल: शेल्टर होम में क्वारंटाइन कराए गए लोगों की ईद को प्रशासन की ओर से यादगार बना दिया गया। ऐसे में अधिकारियों ने उन्हें परिवार के साथ ईद मनाने के लिए घर भेजते हुए घरों में ही क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया। ईद के मौके पर प्रशासन द्वारा की गई इस पहल से सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कान के साथ सहजता के भाव थे। इन सभी ने 13 दिन के क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर ली थी। पर इनके अंदर न कोई लक्षण थे और न ही ये संक्रमित थे। ऐसे में प्रशासन ने इनकी ईद को देखते हुए इनके फरियाद पर इन्हें अल सुबह छह बजे ही उनके घरों की ओर रवाना कर दिया। हालंकि नसीहत भी दी कि होम क्वारंटान रहना, न हाथ मिलाना न गले मिलना। सबने माना और प्रशासन का शुक्रिया भी अदा किया।
कोरोना संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की ओर से दूसरे जिलो व प्रदेशों से लौटे लोगों को हसनपुर रोड स्थित एचएम ग्लोबल स्कूल में बनाए गए शेल्टर होम में क्वारंटाइन कराया गया था। इसमें सभी जाति व धर्म के लोग शामिल थे। सोमवार को मुस्लिम समुदाय की ओर से ईद का पर्व मनाया गया। ऐसे में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग ऐसे भी थे जो शेल्टर होम थे। क्योंकि वह दूसरे राज्यों व जिलों से वापस लौटे थे। ईद के त्योहार को लेकर प्रशासन भी काफी उदार हो गया और उसने शेल्टर होम में क्वारंटाइन मुस्लिम समुदाय के लिए ईद को यादगार बनाने की पहल की। प्रशासन की ओर से तहसीलदार करम सिंह चौहान ने क्वारंटाइन अवधि का अधिकांश समय पूरा कर चुके मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद परिवार के साथ मनाने की खुशखबरी दी। रविवार को ऐसे सभी लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें परिजनों को सूचना दे दी गई थी और सोमवार की सुबह को सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को शेल्टर होम से उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया, जिससे वह पूरे परिवार के साथ ईद को मना सके। प्रशासन की इस पहल के बारे में जब क्वारंटाइन लोगों को जानकारी हुई तो वह भी बहुत खुश हुए। क्योंकि यह उनके लिए यादगार ईद साबित हो रही थी और ऐसे में उनके चेहरे पर खुशी के साथ सहजता के भाव दिखाई दे रहे थे। घर भेजने के साथ ही प्रशासन द्वारा उन्हें घर में क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई।
वर्जन
शेल्टर होम में करीब 31 लोग थे, जिनकी क्वारंटाइन अवधि भी लगभग पूरी हो चुकी थी। ऐसे में ईद के मौके पर इन सभी को घर भेज दिया गया, जिससे वह परिवार के साथ ईद की खुशियां मना सके, लेकिन इसके साथ ही उन्हें घर में क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है।
करम सिंह चौहान, तहसीलदार सम्भल