पुलिस का चक्रव्यूह भेदने में असफल रहे किसान, नहीं रोक सके ट्रेन
जेएनएन चन्दौसी भारतीय किसान यूनियन ने भले ही ट्रैक जाम करने के लिए जो भी रणनीति तैयार की हो लेकिन पुलिस के द्वार तैयार किए गए चक्रव्यूह को भेदने में किसान नेताओं की रणनीति काम नहीं आई। पुलिस ने किसानों को रेलवे स्टेशन के परिसर में घुसने भी नहीं दिया। जिसके कारण किसान ट्रेन नहीं रोक सके। हालांकि इस दौरान किसान नेताओं और पुलिस की कई बार नोकझोंक भी हुई। गुस्साए किसानों ने मुरादाबाद बदायूं मार्ग पर सड़क पर जाम लगा दिया। जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। उसके बाद रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। बाद में सभी किसान रेलवे फाटक पर पहुंचे और जाम लगाने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस बल अधिक संख्या में होने के कारण किसानों का यह प्रयास भी सफल नहीं हो सका।
जेएनएन, चन्दौसी : भारतीय किसान यूनियन ने भले ही ट्रैक जाम करने के लिए जो भी रणनीति तैयार की हो लेकिन पुलिस के द्वार तैयार किए गए चक्रव्यूह को भेदने में किसान नेताओं की रणनीति काम नहीं आई। पुलिस ने किसानों को रेलवे स्टेशन के परिसर में घुसने भी नहीं दिया। जिसके कारण किसान ट्रेन नहीं रोक सके। हालांकि, इस दौरान किसान नेताओं और पुलिस की कई बार नोकझोंक भी हुई। गुस्साए किसानों ने मुरादाबाद बदायूं मार्ग पर सड़क पर जाम लगा दिया। जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। उसके बाद रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। बाद में सभी किसान रेलवे फाटक पर पहुंचे और जाम लगाने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस बल अधिक संख्या में होने के कारण किसानों का यह प्रयास भी सफल नहीं हो सका।
सोमवार को किसान यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने की पूर्व में ही ऐलान किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने भी सुबह से ही किसान नेताओं को उनके ही घर में नजरबंद कर दिया। लेकिन उसके बाद भी जिलेभर से किसान नेताओं का सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन के महासचिव विजेंद्र सिंह यादव के यहां पहुंचना शुरु कर दिया है और देखते ही देखते सुबह 11 बजे तक सैकड़ों की संख्या में किसान एकत्र हो गए और वहां से प्रदेश महासचिव के नेतृत्व में किसानों ने जब रेलवे ट्रैक का रुख किया तो सीओ गोपाल सिंह व कोतवाली प्रभारी विद्युत गोयल ने भारी पुलिस बल के साथ उन्हें रोकने का प्रयास किया। जिसके बाद गुस्साए किसानों ने मुरादाबाद बदायूं रोड स्थित पेट्रोल पंप के सामने जाम लगा दिया। कुछ देर जाम लगाने के बाद किसान बदायूं चुंगी , मालगोदाम होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे।काफी देर बैठने के बाद किसानों ने 36वी रेलवे फाटक का रुख किया तो कर्मियों ने उन्हें समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन किसान नहीं माने। वहां पहुंचने के बाद किसानों ने फाटक पर जाम लगाने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस बल अधिक संख्या में होने के कारण किसान वहां पर ज्यादा देर तक जाम नहीं लगा सके। जिसके बाद किसानों ने एडीशनल एसपी व एसडीएम को अपना ज्ञापन सौंपा और चले गए। चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा पुलिस बल
चन्दौसी: किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक को चक्का जाम करने की चेतावनी को पुलिस ने बहुत ही गंभीरता के साथ लिया और सूझबूझ से किसानों के प्रयास को भी असफल कर दिया। पुलिस द्वारा ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया गया था जिसे भेदना किसानों के लिए आसान नहीं था। एसपी चक्रेश मिश्र के निर्देश पर रेलवे ट्रैक को जाने वाले हर एक रास्ते पर, मंडी समिति, रेलवे के चारों रेलवे के फाटक व किसान नेता के घर पर भारी पुलिस को तैनात किया गया था।खुद एडीएम कमलेश अवस्थी, एडीशनल एसपी आलोक जायसवाल एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित, सीओ गोपाल सिह, जीआरपी सीओ देवी दयाल, आरपीएफ सीओ राजेश कुमार, कोतवाली प्रभारी विद्युत गोयल, असमोली इंस्पेक्टर डीके शर्मा, पुलिस बल के साथ पूरे समय स्टेशन के बाहर मौजूद रहे।
कई थानों की पुलिस रही तैनात
चन्दौसी: किसानों को ट्रैक तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इसके लिए आसपास के थाने से भी फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। इस दौरान बनियाठेर, कुढ़फतहगढ़, चन्दौसी, असमौली, कैला देवी थाना, जीआरपी, आरपीएफ की फोर्स मौजूद रही। सीओ जीआरपी के बयान से भड़कें किसान
किसान नेता जब रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया और रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने के लिए बना मुख्य प्रवेश द्वार को जीआरपी और आरपीएफ पुलिस ने अंदर से बंद कर दिया। किसानों को इस दौरान अंदर प्रवेश करने के लिए मना कर दिया गया लेकिन किसान ट्रैक पर जाने की जिद करने लगे। तभी सीओ जीआरपी देवी दयाल ने कहा कि किसानों को किसी भी हाल में रेलवे स्टेशन पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
जंक्शन से होकर गुजरती हैं चार ट्रेन
चन्दौसी: किसानों के रेलवे ट्रैक जाम करने की घोषणा के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया था। किसानों के ट्रेन रोकने के ऐलान के बाद सुबह से ही रेलवे स्टेशन पर पुलिस अधिकारी भारी पुलिस बल के तैनात रहें। रेलवे स्टेशन से सुबह सात बजे दिल्ली से बरेली पैसेंजर, सुबह 11 बजे दिल्ली से टनकपुर जाने वाली पूर्णागिरि एक्सप्रेस, दोपहर एक बजकर 57 मिनट पर चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस, तथा शाम चार बजे टनकपुर से दिल्ली जाने वाली पूर्णागिरि एक्सप्रेस चंदौसी जंक्शन से गुजरती हैं। पुलिस प्रशासन की सर्तकता के चलते किसान किसी भी ट्रेन को नहीं रोक सके।