आगनबाड़ी केंद्रों पर अब बंटेगा सूखा अनाज
सम्भल कोरोना काल में महिलाओं की आय बढ़ाने के साथ ही उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए प्र
सम्भल : कोरोना काल में महिलाओं की आय बढ़ाने के साथ ही उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने एक नया कदम उठाया है। इसके अंतर्गत कुपोषण से जंग जीतने के लिए पोषाहार वितरण में बदलाव किया है। अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं व नौनिहालों को सूखे अनाज (गेहूं, चावल, दाल, दूध, घी) का वितरण किया जाएगा। जिसे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े समूह की महिलाएं राशन की दुकान से उठाकर आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचाएंगी। जिससे उनकी आय बढ़ने के साथ ही आत्म निर्भर बनने में सफलता मिलेगी। इस तरह काम करेंगे महिला समूह
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला समूहों गेहूं, चावल, राशन की दुकानों से मिलेंगे। घी व दूध पाउडर प्रादेशिक कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) से निर्धारित मानकों में मिलेगा। दाल समूहों को खरीदनी पड़ेगी। इसके लिए हर महीने सरकार भुगतान करेगी। अनाज रखने के लिए समूहों को कंटेनर दिए जाएंगे। समूह पैकेट बनाकर केंद्र तक पहुंचाएंगे। हर गांव में एक समूह की नियुक्ति की जा रही है। महिला समूह को इस तरह मिलेगा सामान
महिला समूहों को हर महीने की चार तारीख को राशन केंद्र पर पहुंचाना होगा। इसमें छह माह से छह साल के बच्चे के लिए एक किलो चावल, डेढ़ किलो गेहूं, पौन किलो दाल, 450 ग्राम देशी घी व 400 ग्राम दूध पाउडर मिलेगी। वहीं गर्भवती, धात्री महिला व किशोरियों के लिए एक किलो चावल, दो किलो गेहू, पौन किलो दाल, 450 ग्राम देशी घी व 750 ग्राम पाउडर मिलेगा। अतिकुपोषित बच्चे के लिए दूध व घी की मात्रा बढ़ जाएगी। घी व दूध तीन महीने में एक बार मिलेगा। चावल, दाल व गेहूं हर माह मिलेंगे। पुष्टाहार की जगह अब लाभार्थियों को सूखा अनाज बांटा जाएगा। वितरण के लिए महिला समूहों को चिह्नित किया जा रहा है। लाभार्थियों से सबंधित डेटा एफसीआई को देने के लिए सूची तैयार कराई जा रही है। नई व्यवस्था से पारदर्शिता के साथ महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।
धर्मेंद्र कुमार मिश्र , जिला कार्यक्रम अधिकारी , सम्भल ब्लाक वार आंगनबाड़ी केंद्र
1- असमोली-262
2- बहजोई-183
3- बनिया खेड़ा-301
4- गन्नौर-178
5- जुनावई-145
6-पवासा- 270
7- रजपुरा - 172
8- सम्भल- 289
कुल संख्या 1800