मरीज की मौत पर परिजनों ने काटा हंगामा
कोतवाली क्षेत्र में एक निजी क्लीनिक पर मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि इलाज में लापरवाही की गई है। काफी देर तक शव क्लीनिक के बाहर रखा रहा। मौके पर काफी लोगों की भीड़ भी जुट गई। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। दूसरी ओर चिकित्सक का कहना है कि इलाज में लापरवाही का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। जिला बदायूं क्षेत्र के गांव भुसाया
चन्दौसी। कोतवाली क्षेत्र में एक निजी क्लीनिक पर मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि इलाज में लापरवाही की गई है। काफी देर तक शव क्लीनिक के बाहर रखा रहा। मौके पर काफी लोगों की भीड़ भी जुट गई। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। दूसरी ओर चिकित्सक का कहना है कि इलाज में लापरवाही का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
जिला बदायूं क्षेत्र के गांव भुसाया निवासी 40 वर्षीय राजवती पत्नी धर्मपाल का उपचार पिछले दो माह से नगर के कैथल गेट स्थित एक निजी क्लीनिक पर चल रहा था। महिला के पेट में परेशानी थी। हालत बिगड़ने पर सोमवार की सुबह 8 बजे परिजनों ने डॉक्टर के यहां भर्ती कराया। गंभीर हालत होने पर डॉक्टर ने उसको बाहर ले जाने की बात कहते हुए रेफर कर दिया। जिस पर धर्मपाल पत्नी राजवती को मेरठ ले जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही राजवती ने दम तोड़ दिया। जिस पर धर्मपाल पत्नी का शव लेकर वापस क्लीनिक आया और डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगा। इस दौरान मौके पर मजमा लग गया। सूचना पाकर मौके कोतवाली प्रभारी ऋषिराम कठैरिया ने पुलिस बल के साथ पहुंच गए। किसी तरह से पुलिस ने समझाकर मामले को शांत कराया। बाद में वह शव लेकर घर चला गया। कोतवाल ने बताया कि कोई तहरीर नहीं आई है। वहीं क्लीनिक के चिकित्सक डॉ. जितेंद्र ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि सोमवार को मरीज लेकर परिजन आए थे। उसकी हालत सही नहीं थी, जिस कारण बाहर ले जाने की सलाह दी थी।