Move to Jagran APP

बारह साल बाद हुआ कल्कि वाहिनी का गठन, लवकुश संयोजक

रविवार को सुबह यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ समाप्त होने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मनुष्य का कुछ पता नहीं होता कि कब अंत हो जाए। मैं भी आज हूं हो सकता हैं कि कल न रहूं, लेकिन अभी तक मैंने अपना कोई उत्तराधिकारी नहीं चुना है। जो इस महोत्सव को प्रत्येक साल इसी तरह आयोजित करते रहे। क्योंकि मैं चाहता हूं कि भगवान कल्कि के अवतार तक हम उनका यहां पर स्वागत करते रहे। इसलिए मैं अब एक कल्कि वाहिनी समि

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 12:36 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 12:36 AM (IST)
बारह साल बाद हुआ कल्कि वाहिनी का गठन, लवकुश संयोजक
बारह साल बाद हुआ कल्कि वाहिनी का गठन, लवकुश संयोजक

सम्भल: एंचोड़ा कंबोह में कल्कि महोत्सव का आयोजन पिछले 12 साल से हो रहा हैं, लेकिन अभी तक महोत्सव के लिए समिति का भी गठन नहीं किया गया है, लेकिन रविवार को यज्ञ के दौरान उन्होंने महोत्सव के अगले आयोजन और भी भव्य बनाने के उद्देश्य से कल्कि वाहिनी का गठन किया। समिति का गठन तीन साल के लिए किया है और उसका संयोजक लवकुश शर्मा को बनाया है।

loksabha election banner

रविवार सुबह यज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान, आचार्य प्रमोदकृष्णम् ने कहा कि मनुष्य का कुछ पता नहीं होता कि कब अंत हो जाए। मैं भी आज हूं, हो सकता हैं कि कल न रहूं, लेकिन अभी तक मैंने अपना कोई उत्तराधिकारी नहीं चुना है। जो इस महोत्सव को प्रत्येक साल इसी तरह आयोजित करते रहे। क्योंकि मैं चाहता हूं कि भगवान कल्कि के अवतार तक हम उनका यहां पर स्वागत करते रहे। इसलिए मैं अब एक कल्कि वाहिनी समिति का गठन कर रहा हूं। यह समिति का गठन तीन साल के लिए किया गया है। इसका संयोजक लवकुश शर्मा होंगे। हालांकि उन्होंने संयोजक के अलावा किसी अन्य सदस्य व पदाधिकारी की घोषणा नहीं की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.