निकाली गई सहविधिक जागरूकता रथयात्रा
चन्दौसी : अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के तत्वावधान में गुरुवार को जिला न्यायालय परिसर से ज
चन्दौसी : अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के तत्वावधान में गुरुवार को जिला न्यायालय परिसर से जन-जागरण सहविधिक जागरूकता रथयात्रा निकाली गई। रथयात्रा का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश डॉ. एसके विश्वेश द्वारा झंडी दिखाकर किया गया।
जनपद न्यायाधीश ने कहा कि इस रथयात्रा का उद्देश्य आम लोगों को जागरूक करना और उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का सराहनीय कार्य है। इस रथयात्रा के माध्यम से उप्र सरकार द्वारा चलायी जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में आमजन जान सकेंगे और उसका लाभ प्राप्त कर सकेंगे। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) रविकांत ने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करना एक जरूरी कार्य है। इस जन-जागरण रथयात्रा से न केवल जागरूकता फैलेगी बल्कि महिला सशक्तीकरण का विकास होगा। उन्होंने कहा कि एक अपराध अनेक अपराधों की जड़ है, इसलिए समाज को संवेदनशील होना होगा। रथयात्रा प्रभारी सुरजीत ¨सह तोमर ने बताया कि छोटे विवादों का सुगम रास्ता मध्यस्थता है। इसके माध्यम से आपस में स्नेह और विश्वास कायम रहता है। जन जागरण रथयात्रा के माध्यम से हमारे कार्यकर्ता आमजन को उनके वैधानिक अधिकारों, कर्तव्यों एवं विधिक सेवा प्राधिकरणों द्वारा दी जाने वाली विधिक सेवाएं के बारे में बताकर आमजन को जागरूक करेंगे, जिसका सीधा लाभ समाज के कमजोर, उपेक्षित, पीड़ित एवं साधनहीन लोगों को मिलेगा।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय कालीचरन, अपर जिला जज वंश बहादुर यादव, अपर जिला जज (एफटीसी) सुशील कुमार, सिविल जज (सीडि) नीलकांत मणि त्रिपाठी, सिविल जज (जूडि) ज्योत्सना यादव, न्यायिक मजिस्ट्रेट सोनिका वर्मा सहित बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व अधिवक्ता गण सहित संगठन के दुष्यंत कुमार, राजवीर ¨सह यादव, योगेश कुमार, संतोष कुमार, सुरभि कुमारी, भूदेवी, सुषमा, सीमा आदि मौजूद रहे।