पूर्ण आहूति के साथ कल्कि महोत्सव का समापन
एंचोड़ा कंबोह स्थित कल्कि महोत्सव में सुबह के समय प्रत्येक दिन यज्ञ का आयोजन किया जाता है तो दोपहर में सत्संग का आयोजन होता है। वहीं शाम को रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत होते हैं। रविवार को कल्कि महोत्सव का अंतिम दिन था। ऐसे में संतों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के तमाम कल्कि भक्त यज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंच गए। आचार्य केशवदेव शर्मा ने यज्ञ शुरू कराया। 10
सम्भल: कल्कि महोत्सव में सुबह के समय होने वाले यज्ञ का रविवार को समापन हो गया। ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचे कल्कि भक्तों समेत संतों ने यज्ञ में पूर्ण आहूति दी। उन्होंने जल्द ही कल्कि मंदिर बनने में आ रही बाधा को दूर करने के लिए भगवान से प्रार्थना की। साथ ही अगले साल महोत्सव और भी भव्य बनाने का संकल्प लिया।
एंचोड़ा कंबोह स्थित कल्कि महोत्सव का रविवार को अंतिम दिन था। ऐसे में संतों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के तमाम कल्कि भक्त यज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंच गए। आचार्य केशवदेव शर्मा ने यज्ञ शुरू कराया। 108 कुंडीय सर्वार्थ सिद्धि महायज्ञ में भक्तों ने पूर्ण आहूति दी। समापन के बाद आचार्य प्रमोदकृष्णम् ने कहा कि यज्ञ में आहूति देने से हमारे परिवार में सुख शांति होती है। हमें यज्ञ में भाग लेना चाहिए क्योंकि इससे वातावरण तो शुद्ध होता ही है और मन को भी शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग यज्ञ में आकर पूरे विश्वास के साथ आहूति नहीं देते हैं जिनका मन यज्ञ में शामिल होने के बाद नहीं लगता तो उसका कहीं भी मन नहीं लग सकता। कहा कि हम सभी को हमारे शरीर का भी ध्यान रखना चाहिए। लोग अब सुबह को उठकर चाय पीते है, लेकिन इससे पेट खराब होता है। इसलिए हम लोगों को सुबह उठकर गर्म पानी पीना चाहिए।