नदियों पर अवैध कब्जे, प्रशासन बेपरवाह
नदियों पर हो रहे अवैध कब्जे, प्रशासन ने नहीं उठा रहा कदमनदियों पर हो रहे अवैध कब्जे, प्रशासन ने नहीं उठा रहा कदमनदियों पर हो रहे अवैध कब्जे, प्रशासन ने नहीं उठा रहा कदमनदियों पर हो रहे अवैध कब्जे, प्रशासन ने नहीं उठा रहा कदम
सम्भल : जिले से निकल रही तीन मुख्य नदियां सोत नदी, महावा, बेगुल का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है। लोगों ने नदियों की भूमि पर अवैध कब्जे कर लिए हैं। कई नदियों में दूषित पानी बह रहा है। बरसात का पानी सोत नदी में भरा हुआ है। नदियों में पानी के बदले गंदगी बह रही है और लोग परेशान हैं। प्रशासन ने नदियों पर हो रहे अवैध कब्जे हटवाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की तरफ से भी नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
सम्भल जिले से गंगा, सोत व महावा नदी गुजर रही है। इनमें से सोत व महावा नदी में पानी कम हो चुका है। सिर्फ गंगा नदी ही ऐसी है जिसमें पानी बह रहा है। जिन नदियों में पानी कम है वहां आबादी के साथ ही आसपास की फैक्ट्रियों का गंदा पानी बह रहा हैं, जिससे उनके अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। फिरोजपुर पुल के निकट से अमरोहा होकर सम्भल से गुजर रही सोत नदी में बरसात का पानी भरा हुआ है। पड़ोस के किसानों ने नदी की भूमि को अपने खेतों में शामिल कर अवैध कब्जा कर लिया है। इस कारण भूगर्भ में जल का स्तर भी गिर रहा है। भूमि की नमी लगभग समाप्त सी हो रही है जिससे फसलों की अधिक सिंचाई करनी पड़ती है। जिला प्रशासन इन नदियों की दशा को सुधारने के लिए आंखें मूंदकर बैठा है। अतिक्रमण से नदियों का क्षेत्र कम हो गया है। नदियों पर हो रहे अवैध कब्जे के लिए अधिकारियों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। भाजपा नेता संजय सांख्यधर ने प्रदेश सरकार के सिंचाई मंत्री धर्मपाल ¨सह से भेंट कर तीनों नदियों को पुनर्जीवित कराने की मांग को लेकर पत्र सौंपा था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। ------
सोत नदी को पुनर्जीवित कराने के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा जिन लोगों ने नदियों पर कब्जे कर रखे है। उनके खिलाफ कार्रवाई करके कब्जे को हटवाया जाएगा। एनजीटी के आदेशों का पालन कराया जाएगा।
दीपेंद्र यादव, एसडीएम, सम्भल