ऋतुराज तुम्हारा स्वागत..
अर्न्तराष्ट्रीय साहित्य कला संगम की ओर से शहर के सनातन पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव में सरस्वती पूजन, वसंततोत्सव व निराला जयंती धूमधाम से मनाई गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ संगम के अध्यक्ष डॉ. विजय लक्ष्मी ने निराला द्वारा रचित सरस्वती वंदना वर दे वीणा वादिनी वर दे का गायन कर किया। संस्था के संरक्षक कमलकांत तिवारी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व शाल उढाकर सम्मानित किया।
सम्भल: अन्तरराष्ट्रीय साहित्य कला संगम की ओर से सनातन पब्लिक स्कूल में वसंतोत्सव व निराला जयंती धूमधाम से मनाई गई।
इस मौके पर संस्थापक डॉ. डीएन शर्मा ने बताया कि भारतीय जनजीवन में वसंत पंचमी का विशेष महत्व है क्योकि आज ही के दिन ही ज्ञान की देवी सरस्वती का अवतरण हुआ था। पीके मिश्रा ने सरस्वती मां के जन्मदिन पर सभी को शिष्टाचार व सभ्य बनने की अपील की। उन्होंने साहित्य कला संगम को प्रतिवर्ष 12000 देने की घोषणा की। प्रीति मिश्रा ने मां सरस्वती की पूजा को सार्थक बनाते हुए आर्थिक रूप से पिछड़ी कन्याओं को प्रतिवर्ष 12000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात कही। डॉ. संतोष पाण्डेय ने ऋतुराज तुम्हारा स्वागत है, युवराज तुम्हारा स्वागत है। अतुल शर्मा ने कलियां झूमेगी मस्त हवा में भंवरें की जोड़ी गुनगुनाएगी कविता सुनाकर वाहवाही लूटी।
सरस्वती वंदना में बाल विद्या मंदिर स्कूल प्रथम, सनातन पब्लिक द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इससे पूर्व, कार्यक्रम का शुभारम्भ संगम के अध्यक्ष डॉ. विजय लक्ष्मी ने निराला द्वारा रचित सरस्वती वंदना वर दे वीणा वादिनी वर दे का गायन कर किया। संरक्षक कमलकांत तिवारी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व शॉल पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पूनम गर्ग, नेहा मलय, जयराम कुमार शर्मा, उषा गांधी, गुंजन, निर्मलेश, प्रदीप शुक्ला, संजीव शर्मा, वीके चतुर्वेदी, योगेन्द्र शर्मा, अखिलेश दुबे, रविन्द्र, कमल गोयल, तुषार शर्मा, पूजा शर्मा, साधना पूठिया आदि रहे।