पांच थानों की लगी रही फोर्स, रात में ही अंतिम संस्कार
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पांच थानों की लगी रही फोर्स, रात में ही अंतिम संस्कार
जेएनएन, सम्भल : कुढ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई किशोरी ने न्याय न मिलने पर खुदकुशी कर ली
थी। मामला उछला तो शव का पोस्टमार्टम बुधवार की देर शाम ही करा दिया गया।
शव पुलिस की मौजूदगी में रात में ही गांव भेजा गया। सीओ सम्भल के साथ ही
चार से पांच थाना पुलिस को मौके पर भेजकर परिवार वालों की सहमति लेकर रात में ही दाह
संस्कार कर दिया गया। किशोरी को उसकी मां ने अंतिम यात्रा
पर विदा किया। यहां भी वह नियति को कोसती ही रहीं। कहती रही, यदि न्याय मिल
जाता तो बेटी की जान बच जाती। 15 जुलाई को किशोरी के साथ चार युवकों ने
सामूहिक दुष्कर्म किया। इसी दिन पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया था लेकिन
पुलिस की कार्रवाई धीमी रही। किशोरी की मां के अनुसार, पुलिस समझौते का
दबाव बना रही थी और उनके पड़ोसी आरोपित धमकी दे रहे थे। इससे पूरा परिवार
दहशत में रहा। अभियोग के विवेचक और कुढ़ फतेहगढ़ृ थाना के इंस्पेक्टर की
भूमिका पर कई सवाल बेबस मां ने उठाए थे। किशोरी ने न्याय न मिलने के कारण
विवश होकर बुधवार को घर में ही फांसी से लटककर खुदकुशी कर ली। इस मामले में
पुलिस पर जब सवाल उठने शुरू हुए। उधर मामले को पुलिस जल्द से जल्द निपटाना चाहती थी। पहले तो बुधवार की देर शाम पोस्टमार्टम करा दिया
गया। फिर चारों आरोपित पकड़ लिए गए। उधर रात को 10 से 11 बजे के बीच उसका शव गांव भेजा गया। एक तरफ मां तो
दूसरे ओर सबसे छोटा मासूम भाई रो रोकर बेहाल थे। गांव पुलिस छावनी बन चुका
था। सीओ सम्भल जितेंद्र सिंह के अलावा कुढ फतेहगढ़, चन्दौसी, बनियाठेर आदि
थाना की पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। चार कंधे मिले और बेबस मां ने अपनी बेटी को अंतिम
विदाई दी। आंखों में आंसू और दर्द इतना कि हर किसी की भावना इस मां से जुड़ गई। यहां से गांव के श्मशान घाट पर पुलिस की मौजूदगी में किशोरी के शव
का अंतिम संस्कार किया गया।