आचार संहिता के बाद पहली दफा मनाया गया समाधान दिवस
डीएम के अलावा अन्य अफसरों ने समाधान दिवस में हिस्सा लेते हुए फरियादियों की समस्याएं सुनी। साथ ही त्वरित निस्तारण के आदेश दिए। हर मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस मनाया जाता है। जिले से लेकर तहसील तक में यह दिवस मनाने के आदेश हैं। समाधान दिवस पर हर विभाग के अफसर भी मौजूद रहते हैं। शासन ने सख्त आदेश दिए हैं कि इस मौके पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमकिता से किया जाए। इधर लोकसभा चुनाव के
सम्भल: आचार संहिता खत्म होने के बाद पहली दफा जिले में संपूर्ण समाधान दिवस मनाया गया। डीएम के अलावा अन्य अफसरों ने समाधान दिवस में हिस्सा लेते हुए फरियादियों की समस्याएं सुनी। साथ ही त्वरित निस्तारण के आदेश दिए। कुल 39 मामले आए इसमें से तीन मामले निस्तारित कर दिए गए।
हर मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस मनाया जाता है। जिले से लेकर तहसील तक में यह दिवस मनाने के आदेश हैं। समाधान दिवस पर हर विभाग के अफसर भी मौजूद रहते हैं। शासन ने सख्त आदेश दिए हैं कि इस मौके पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमकिता से किया जाए। इधर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगने के कारण आयोग ने समाधान दिवस पर पाबंदी लगा दी थी। परिणाम आने के बाद आचार संहिता खत्म हुई तो पहली दफा समाधान दिवस का आयोजन किया गया। समाधान दिवस में एडीएम लवकुश त्रिपाठी, एएसपी पंकज पांडेय, एसडीएम दीपेंद्र यादव, बीडीओ रेनू कुमारी मौजूद रहीं।
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