फीसद साक्षरता वाले सम्भल में शिक्षा की अलख जगा रहे डॉ.शहजाद अहमद
अशिक्षित न रहे। ब्लकि वह शिक्षित होकर परिवार के साथ जिले का नाम रोशन करे। -------- हमारे कालेज में गरीब छात्राओं को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। बोर्ड फीस भी मैं अदा करता हूं। मैं चाहता हूं कि हर मां बाप अपनी बेटियों को शिक्षित बनाए। जिससे वह खुद कामयाबी हासिल कर नाम रोशन कर सके। डॉ. शहजाद अहमद, प्रबंधक
सम्भल(राघवेंद्र शुक्ल)शहर के मोहल्ला लोधी सराय स्थित आजाद गर्ल्स इंटर कालेज मुस्लिम मुहल्लों का एकमात्र ऐसा कालेज हैं जहां गरीब बेटियों की शिक्षा मुफ्त है। यदि हाईस्कूल में परीक्षा फार्म भरना हो तो भी कालेज खुद ही अपने पास से पैसा जमा करते हैं। किताबें मुफ्त मिलती हैं। कालेज में लगभग 700 छात्राएं निशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रही है। स्कूल प्रबंधक ने कमेटी बनाकर लोगों से चंद्रा एकत्र कर कालेज निर्माण के लिए जमीन खरीदी थी।
शहर के मोहल्ला लोधीसराय निवासी हम्माद अहमद ने वर्ष 1984 में मोहल्ले में ही आजाद गर्ल्स इंटर कालेज की स्थापना कराई थी। उस वक्त कालेज में तीन अभिभावकों ने अपनी बेटियों का दाखिला कराया तो कुछ लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। हम्माद अख्तर ने विरोध का सामना किया। इसके बाद लोगों ने बेटियों को स्कूल में भेजना शुरू कर दिया। हर वर्ष कालेज में छात्राओं की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में कालेज में 1600 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही है। हम्माद अख्तर के निधन के बाद उनके बेटे डॉ. शहजाद अहमद कालेज को सम्भाल रहे है। कालेज में 700 गरीब छात्राओं को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है। इतना ही नहीं, स्कूल प्रबंधक हाईस्कूल व इंटर में पढ़ाई करने वाली गरीब छात्राओं की बोर्ड फीस भी खुद चुकाते है। उनका उद्देश्य है कि शहर की बेटियां अशिक्षित न रहे। ब्लकि वह शिक्षित होकर परिवार के साथ जिले का नाम रोशन करे। हमारे कालेज में गरीब छात्राओं को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। बोर्ड फीस भी मैं अदा करता हूं। मैं चाहता हूं कि हर मां बाप अपनी बेटियों को शिक्षित बनाए। जिससे वह खुद कामयाबी हासिल कर नाम रोशन कर सके।
डॉ. शहजाद अहमद, प्रबंधक