सड़क किनारे खेत में मिला नवजात का शव, पास से मिली अल्ट्रासाउंड की दो रिपोर्ट ने कर दिया सबको हैरान
क्षेत्र के एक गांव के लिंक मार्ग के मोड़ पर एक नवजात का शव पड़ा मिला। इसके निकट अल्ट्रासाउंड की दो रिपोर्ट भी मिली हैं। ग्राम प्रधान की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है और शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया है। दरअसल संभल बाईपास रोड पर बेहटा जयसिंह को जाने वाले मोड़ पर कुछ राहगीरों ने एक नवजात का शव सड़क किनारे एक खेत में पड़ा देखा।
संवाद सहयोगी, बहजोई। क्षेत्र के एक गांव के लिंक मार्ग के मोड़ पर एक नवजात का शव पड़ा मिला। इसके निकट अल्ट्रासाउंड की दो रिपोर्ट भी मिली हैं। इस संबंध में ग्राम प्रधान की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है और शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।
दरअसल, संभल बाईपास रोड पर बेहटा जयसिंह को जाने वाले मोड़ पर कुछ राहगीरों ने एक नवजात का शव सड़क किनारे एक खेत में पड़ा देखा, जिसके निकट कुत्ते भी घूम रहे थे। ग्राम प्रधान की ओर से दी गई शिकायत में दावा किया गया है कि गांव की अमर सिंह के खेत में नवजात का शव पड़ा हुआ था।
इसके पास ही अल्ट्रासाउंड की दो रिपोर्ट मिली, जिसमें एक पर 15 फरवरी और दूसरे पर 27 मार्च को कराया गया था। पुलिस ने उसके संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि 28 वर्षीय एक महिला का नाम उसकी रिपोर्ट पर अंकित था और उसके पते के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है।
बहजोई के प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र पावर में बताया कि ग्राम प्रधान अनीता देवी की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें अवैध रूप से गर्भपात करना और उसको छुपाना से संबंधित आईपीसी की धाराओं का प्रयोग किया गया है। फिलहाल, इस मामले में जांच की जा रही है जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
बेरहम निकले अपने, कुत्तों ने नोंच खाया था दोनों पैर
बहजोई की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। जिसने भी इस कृत्य को अंजाम दिया उस तक पहुंचने का काम तो अब पुलिस का है लेकिन सवाल कई खड़े हो गए हैं। देर शाम को नवजात का पोस्टमार्टम पुलिस ने कराया।
यह तथ्य सामने आया कि नवजात के दोनों पैर कुत्तों ने नोंच खाया था। शरीर के कमर के पास का अन्य हिस्सा भी उन्होंने नोंच लिया था। ऐसे में यह वीभत्स घटना है। चाहे किसी भी कारणवश उस नवजात को फेंकने वालों के दिल में रहम नाम की भी चीज नहीं दिखी।
अस्पताल का पता कौन लगाए
बहजोई में कई अवैध अस्पताल संचालित हैं। स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे चलने वाले इन अस्पतालों पर विभागीय कार्रवाई शून्य है। मिलीभगत से संचालित इन अस्पतालों की जांच में भी जिम्मेदार पीछे हैं। यह माना जा रहा है कि इस नवजात के पैदा होने के बाद इसे फेंका गया।
निश्चित तौर पर यह बच्चा किसी न किसी अस्पताल में पैदा हुआ होगा। ऐसे में यदि सही ढंग से जांच हो तो उस अस्पताल की भी कलई खुलेगी। अब पुलिस अपने विवेचना किस प्रकार रखेगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा।