किसानों और पुलिस में धुक्का मुक्की, हंगामा
बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर रेलवे ट्रेक जाम करने जा रहे किसानों ने पुलिस ने मंडी गेट पर रोक लिया। किसानों ने निकलने का प्रयास किया तो पुलिस से खींचतान शुरू हो गई। काफी देर तक धक्का मुक्की होती रही। पुलिस ने गेट का सहारा लेकर किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। धक्का मुक्की में एक किसान मामूली रूप से घायल हो गया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी गिर पड़े। इससे किसानों ने जमकर नारेबाजी की। बाद में 21 फरवरी को किसानों और मिल प्रशासन की वार्ता कराकर समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर किसानों को शांत किया।
चन्दौसी: बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर रेलवे ट्रेक जाम करने जा रहे किसानों को पुलिस ने मंडी गेट पर रोक लिया। इसे लेकर किसानों और पुलिस में खींचतान होने लगी। काफी देर तक धक्का मुक्की होती रही। धक्का मुक्की में एक किसान मामूली रूप से घायल हो गया। पुलिस ने गेट का सहारा लेकर किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी गिर पड़े। इससे नाराज किसानों ने जमकर नारेबाजी की। बाद में 21 फरवरी को किसानों और मिल प्रशासन की वार्ता कराकर समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर शांत किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बकाया गन्ना भुगतान व वीनस शुगर मिल द्वारा की जा रही नगद गन्ना खरीद पर रोक लगाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन असली के बैनर तले सोमवार को मंडी समिति परिसर में किसानों की पंचायत शुरू हुई। पंचायत की सूचना पर कोतवाली, बनियाठेर पुलिस के अलावा एसडीएम हमेश प्रसाद दीक्षित व सीओ केके सरोज किसानों के बीच पहुंच गए। नगर विभाग के अधिशासी अभियंता को भी मौके पर बुला लिया गया। अधिशासी अभियंता ने किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें समझाया। इसके बाद किसान चीनी मिल के अध्यक्ष अनुपम ¨सह को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। कोतवाल ने आधा घंटे के अंदर बुलाने का आश्वासन दिया। जब आधा घंटे तक नहीं पहुंचे तो फिर किसान रेलवे ट्रेक जाम करने के लिए पंचायत से उठकर चल दिए। पुलिस ने आगे जाकर किसानों को मंडी गेट पर रोकने की कोशिश करनी शुरू कर दी। किसानों ने जबरन जाने का प्रयास किया तो पुलिस से खींचतान होने लगी। किसानों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की करनी शुरू कर दी। आधा घंटे तक हंगामा होता रहा। पुलिस किसानों को मंडी गेट से आगे बढ़ने नहीं दे रही थी। जबकि किसान जबरन रेलवे ट्रेक पर जाने का प्रयास कर रहे थे। धक्का मुक्की किसान आसिक रजा घायल हो गए। तभी मिल की तरफ जीएम कैन पहुंचे तो किसानों ने उनसे वार्ता करने से इन्कार कर दिया। बाद में एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित ने 21 फरवरी को मिल के अध्यक्ष और किसानों के बीच अपने कार्यालय में बैठकर वार्ता कराने का आश्वासन देकर किसानों को शांत किया। इसके बाद भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल ¨सह ने 22 फरवरी तक भुगतान न होने तक 23 फरवरी को उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। कोट-
किसानों शेष बकाया गन्ना भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा। हमने वर्ष 17-18 का सभी भुगतान कर दिया है। इस वर्ष का भी नवंबर तक का भुगतान हो गया है। चीनी मिल नगद गन्ना नहीं खरीद रही है। जो भुगतान बचा है। उसे जल्द ही कर दिया जाएगा। किसान परेशान हो।
धर्मेंद्र चौधरी, अधियासी