बेसहारा पशुओं को स्कूल में बांधा, बच्चे वापस लौटे
जनपद में आवारा पशुओं ने किसानों की फसलों को नष्ट करके रख दिया है। किसान आवारा जानवरों से इतने परेशान हो चुके हैं कि खेतों में घुस रहे आवारा गो वंशों को पकड़कर स्कूल में बंद कर दिया। जिस कारण स्कूल पहुंचे बच्चों को बिना पढ़े ही वापस लौटना पड़ा। मामला राजपुर गांव स्थित जूनियर हाईस्कूल विद्यालय का है। सोमवार को जब बच्चे स्कूल पढ़ने गए तो नजारा देखकर चकित रह गए। स्कूल के अंदर आवारा गोवंशीय पशु बंधे पड़े थे। शिक्षकों ने
बहजोई: जनपद में आवारा पशुओं ने किसानों की फसलों को नष्ट करके रख दिया है। किसान आवारा जानवरों से इतने परेशान हो चुके हैं कि खेतों में घुस रहे आवारा गोवंशीय को पकड़कर स्कूल में बंद कर दिया। जिस कारण स्कूल पहुंचे बच्चों को बिना पढ़े ही वापस लौटना पड़ा।
मामला राजपुर गांव स्थित जूनियर हाईस्कूल विद्यालय का है। सोमवार को जब बच्चे स्कूल पढ़ने गए तो नजारा देखकर चकित रह गए। स्कूल के अंदर आवारा गोवंशीय पशु बंधे पड़े थे। शिक्षकों ने जब जानकारी की तो मालूम हुआ कि ग्रामीण इन पशुओं को स्कूल पर बांधकर चले गए हैं। बाद में तमाम ग्रामीण भी मौके पर आ गए। उनका कहना था कि आवारा पशु खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। ओमप्रकाश का कहना था कि रात भर ग्रामीण जाग-जागकर फसलों की देख-रेख कर रहे हैं। जरा सी नजर चूकने पर पशु फसल बर्बाद कर देते हैं। ग्रामीण दुष्यंत राघव, रामवीर सिंह, मनोज शर्मा, जोगेश शर्मा, दीपू ने बताया कि आवारा पशुओं ने उनके खेतों में खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। आवारा पशुओं के लिए गौ आश्रय केंद्र खोले जाने के लिए कई दफा अधिकारियों को पत्र भेजा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिस कारण मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा है। गांव राजपुर में आवारा गो वंशीय पशुओं को सरकारी स्कूल में बांधे जाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। अगर ऐसा कुछ है तो वह तत्काल खण्ड विकास अधिकारी से बात कर पशुओं को स्कूल से हटाया जाएगा।
उमेश कुमार त्यागी, मुख्य विकास अधिकारी सम्भल।