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युवाओं के भविष्य पर नशा तस्करों का पंजा

महानगर ही नहीं पूरे जिले में नशा तस्करों का जाल फैला हुआ है। जिसका उदाहरण हाल ही में पकड़े गए मानकमऊ निवासी दो युवक हैं। यह युवक बरेली से स्मैक की खेप मंगाते थे और उसे बेचते थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 06:56 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 06:56 PM (IST)
युवाओं के भविष्य पर नशा तस्करों का पंजा
युवाओं के भविष्य पर नशा तस्करों का पंजा

सहारनपुर, जेएनएन। महानगर ही नहीं, पूरे जिले में नशा तस्करों का जाल फैला हुआ है। जिसका उदाहरण हाल ही में पकड़े गए मानकमऊ निवासी दो युवक हैं। यह युवक बरेली से स्मैक की खेप मंगाते थे और उसे बेचते थे। इनके पास से 30 लाख की स्मैक पकड़ी गई है। यही नहीं, यह धंधा देहात क्षेत्र में भी पूरी तरह से पैर पसार चुका है। हैरत की बात तो यह है कि पुलिस भी इस धंधे में मिली हुई है। इक्का दुक्का या फिर छोटे तस्कर को पकड़कर पुलिस गुडवर्क दिखा देती है, जबकि असली माफिया पुलिस की शरण में इस धंधे को करता रहता है। नशे की जकड़ में सबसे अधिक जिले के युवा आ रहे हैं।

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शहर में इन स्थानों पर बिक रहा खुलेआम नशा

कुतुबशेर थानाक्षेत्र के मानकमऊ, रांगड़ों के पुल के नीचे इसके अलावा मोहल्ला माहीपुरा, तकिया, जनता रोड़, देहात कोतवाली क्षेत्र में बेहट रोड की दानिश कालोनी, नवादा रोड, सदर बाजार थानाक्षेत्र की हसनपुर चुंगी के समीप, दिल्ली रोड के अलावा छोटी गलियों और कालोनियों में भी नशे का कारोबार हो रहा है। इस धंधे में लिप्त असली माफिया अपने संबंधित थाने की पुलिस के संपर्क में रहते हैं।

देहात क्षेत्र में यहां बिक रहा नशा

चिलकाना थानाक्षेत्र इस धंधे का सबसे बड़ा गढ़ है। इस थानाक्षेत्र के गांव दुमघेड़ा, चिलकाना नशे का बड़ा अड्डा है। वहीं, मिर्जापुर कस्बा भी इस धंधे का गढ़ बना हुआ है। बता दें कि यहां पर चरस, स्मैक, भांग, डोडा पोस्त आदि नशे का कारोबार होता है। उपरोक्त स्थानों के अलावा सरसावा थानाक्षेत्र के गांव झबीरण, चौरा, हुसैनपुरा, हैदरपुर आदि में भी नशे का कारोबार होता है।

हरियाणा-पंजाब-बरेली से आ रहा नशा

मानकमऊ निवासी पकड़े गए दोनों युवकों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि जिले में बरेली, हरियाणा और पंजाब से सबसे अधिक नशे का सामान सप्लाई हो रहा है। बता दें कि एक पुड़िया की कीमत 300 रुपये रखी जाती है। वाट्सएप पर डिमांड की जाती है और फिर स्मैक, डोडा पोस्त आदि को नशा करने वाले के ठिकाने पर पहुंचा दिया जाता है।

इन्होंने कहा..

नशे के धंधे को लेकर हमारा अभियान चल रहा है। यदि कहीं पर भी पुलिस की मिलीभगत मिलती है तो संबंधित पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। एक टीम बनाकर अभियान चलाया जा रहा है।

डा. एस चन्नपा, एसएसपी


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