स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का अस्थाई बैंक कर्मी पर घोटाले का आरोप
बेहट के खुर्रमपुर उप डाकघर में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले का प्रकरण अभी तक अनसुलझा है। इसी बीच क्षेत्र के कई स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की बड़ी रकम में घोटाला होने की शिकायत पुलिस के पास पहुंची है।
सहारनपुर, जेएनएन। बेहट के खुर्रमपुर उप डाकघर में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले का प्रकरण अभी तक अनसुलझा है। इसी बीच क्षेत्र के कई स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की बड़ी रकम में घोटाला होने की शिकायत पुलिस के पास पहुंची है। कोतवाली पहुंची समूह से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि वह पटलोकर व आस-पास के गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने छुटमलपुर में स्थित एक निजी बैंक में अस्थाई बैंक कर्मी के हाथों रकम जमा कराई। लेकिन बताया जा रहा है कि वह पैसा बैंक तक नहीं पहुंचा है। कोतवाली में तहरीर दे दी गई है।
गुरुवार की देर शाम व शुक्रवार को सुबह ही काफी संख्या में कोतवाली पहुंची क्षेत्र के गांव पठलोकर निवासी महिला बबली, सावित्री, किरण, तारा, ममता, उर्मिला, सुनीता, सुधा, रजिता, काजल, प्रतिभा, निशा, उर्मिला, बाला, शिलो आदि का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2013 में एक निजी बैंक की छुटमलपुर शाखा द्वारा संचालित रोकी, लक्की, वंश आदि स्वयं सहायता समूहों में नामांकन कराया था। लेनदेन का ब्यौरा और बैंक द्वारा दी जाने वाली रसीद के रखरखाव का काम करने के लिए बैंक ने गांव भूलनी निवासी एक अस्थाई कर्मचारी को नियुक्त किया था। इन महिलाओं का आरोप है कि पिछले कुछ महीनों से बैंक द्वारा नियुक्त कर्मचारी उनसे किस्तों के पैसे लेता रहा। लेकिन उसने यह धनराशि संबंधित बैंक शाखा में जमा नहीं कराई। इसकी जानकारी एक महिला को उस समय चली जब वह समूह का पैसा स्वयं बैंक में जमा कराने गई। वहां यह भी पता चला कि उक्त कर्मचारी को बैंक से निकाल दिया है। उसने समूह से संबंधित कोई धनराशि बैंक में जमा नहीं कराई। उसका पता चलने पर जब महिलाएं इस कर्मचारी के घर गई तो आरोप है कि उसकी पत्नी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इंस्पेक्टर किरणपाल सिंह का कहना है कि महिलाओं की तहरीर ले ली गई है, जिसकी जांच कराई जाएगी।