फरहा को आपत्तिजनक मैसेज करने वाले ने मांगी माफी
सहारनपुर। अधिवक्ता फरहा फैज के मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज करने वाले युवक ने मंगलवार को म
सहारनपुर। अधिवक्ता फरहा फैज के मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज करने वाले युवक ने मंगलवार को माफी मांग ली। वाट्सएप पर लिखा 'मैं धर्मगुरु नहीं, छात्र हूं। मेरा मतलब आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कतई नहीं था।'
सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक की लड़ाई लड़ने वाली मोहल्ला शाहबेलोल निवासी अधिवक्ता फरहा फैज को मोबाइल से छह जून 2017 से आपत्तिजनक मैसेज आ रहे थे। जून 2016 को फराह पर ट्रेन में हमला हुआ। उन्होंने हमलावरों के दारुल उलूम के छात्र होने का दावा किया था। उक्त मोबाइल नंबर से जो पहला मैसेज आया था, उसकी शुरुआत दादरी के अखलाक, अलवर के पहलू खान व झारखंड में अराजक भीड़ की हैवानियत आदि आपत्तिजनक टिप्पणियों से की गई थी। फरहा के अनुसार जून 2017 से अब तक उनके मोबाइल पर इसी नंबर से करीब आठ मैसेज आए थे। अंतिम मैसेज पिछले सप्ताह आया था। सभी मैसेज में इस्लाम के प्रति कट्टर होने के बारे में लिखा था।
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जांच अधिकारी को दिया प्रार्थना-पत्र
अधिवक्ता फरहा फैज ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को निजामुद्दीन जीआरपी पहुंच कर जांच अधिकारी शिवचरण मीणा को प्रार्थना-पत्र दिया, जिसमें साकिब को बी-वारंट पर लेकर रूबरू कराने के बारे में लिखा है। फरहा ने बताया कि साकिब अभी एटीएस की रिमांड पर है। जब उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा, तभी जीआरपी के इंस्पेक्टर उसे बी-वारंट पर ले लें, जिससे उनसे रूबरू कराने के बाद उससे पूछताछ कर सकें। इससे ट्रेन में उन पर हमला करने वाले सभी आरोपितो का राजफाश हो सकेगा।