जल संरक्षण को तालाब के सुंदरीकरण की पहल
गागलहेड़ी में वर्षा के जल के संचय को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ी है। तालाब के सुंदरीकरण के लिए शुरु हुई पहल से न केवल भूजल स्तर में सुधार होगा। वरना आसपास के अतिक्रमण को भी हटाने में मदद में मदद मिल सकेगी।
सहारनपुर, जेएनएन। गागलहेड़ी में वर्षा के जल के संचय को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ी है। तालाब के सुंदरीकरण के लिए शुरु हुई पहल से न केवल भूजल स्तर में सुधार होगा। वरना आसपास के अतिक्रमण को भी हटाने में मदद में मदद मिल सकेगी। धीरे-धीरे इस पहल में ग्रामीणों का जुड़ाव काफी मददगार साबित होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए चेतना जाग्रत हो रही है और इसी का नतीजा है कि अब तालाबों को पुर्नजीवित करने का काम हर एक स्तर शुरु हो रहा है।
हरोड़ा अहतमाल में निवर्तमान ग्राम प्रधान द्वारा जल ही जीवन है के संदेश को धरातल पर उतार गांव में खुशहाली लाने का कार्य किया गया। उन्होंने न सिर्फ गांव की जल निकासी की समस्या दूर की बल्कि बरसात के जल को संरक्षित भी किया।
पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा गांव के पानी की निकासी व बरसात के पानी के संरक्षण के लिए गांव के निकट स्थित तालाब की खुदाई व साफ सफाई कराकर जल को संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, इसके लिए उन्होंने एसडीएम सदर से संपर्क कर गांव के निकट स्थित लगभग तीन बीघा रकबे के तालाब जिस पर अवैध कब्जे थे, को प्रशासन की मदद से हटवाने का प्रयास किया। प्रधान ने भी बचे हुए तालाब की खुदाई कराकर गांव की जल निकासी की समस्या को दूर किया। साथ ही बरसात के पानी को संरक्षित किया, इससे ग्रामीणों में जल संरक्षण की भावना बढ़ी, जिससे गांव के युवाओं में जल बचाने व गांव तथा अपने घर में साफ-सफाई रख स्वच्छता रखने की सोच उत्पन्न हुई।
ग्राम प्रधान शहजाद ने पूर्व प्रधान के इस कार्य को आगे बढ़ाने को प्राथमिकता दी। कहा कि प्रशासनिक मदद से तालाब की चारदीवारी व सुंदरीकरण का कार्य कराएंगे।