बोर्ड परीक्षा में नए तेवर, पुराना कलेवर
परीक्षा केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं ढो रहे कर्मचारी मौजूदा परिवेश में सुरक्षा को चितित हैं कर्मचारी संजीव गुप्ता सहारनपुर इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा में की गई चाक-चौबंद व्यवस्था से नकल पर सख्ती से रोक लगाने के दावे किए जा रहे हैं वही परीक्षा संपन्न होने के बाद केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं एक-दो कर्मचारियों के भरोसे ही संकलन केंद्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन जिले के करीब 75 केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा के बाद संकलन केंद्र पर पहुंची।
सहारनपुर जेएनएन। इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा में की गई चाक-चौबंद व्यवस्था से नकल पर सख्ती से रोक लगाने के दावे किए जा रहे हैं वही परीक्षा संपन्न होने के बाद केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं एक-दो कर्मचारियों के भरोसे ही संकलन केंद्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन जिले के करीब 75 केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा के बाद संकलन केंद्र पर पहुंची।
मंगलवार से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल-इंटर की परीक्षाओं को लेकर इस बार जिला प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना नजर आया। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ नकल रोकने के लिए छह सचल दल बनाए गए। दोनों पालियों में अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। जिले में बोर्ड परीक्षा उत्तर पुस्तिकाओं के संकलन के लिए इस बार दो संकलन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें एक देवबंद का एचएवी इंटर कालेज तथा दूसरा सहारनपुर नगर में राजकीय इंटर कालेज है। राजकीय इंटर कालेज में करीब 75 परीक्षा केंद्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का संकलन केंद्र है। प्रथम और द्वितीय पाली की परीक्षा समाप्ति के डेढ़ से दो घंटे के भीतर केंद्र व्यवस्थापक को उत्तर पुस्तिकाएं संकलन केंद्र तक पहुंचाने के निर्देश हैं। परीक्षा समाप्ति के बाद कर्मचारी साइकिल अथवा मोटरसाइकिल से उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेकर संकलन केंद्रों पर पहुंचने शुरू हो गए थे। उत्तर पुस्तिका लेकर पहुंचने वालों में कोई कर्मचारी अकेला तो कोई अपने सहयोगी के साथ था। छह जोनल तथा 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट मजिस्ट्रेट के अलावा सभी 90 केंद्र पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए। संकलन केंद्र पर पहुंचने वाले कर्मचारी केंद्र व्यवस्थापक के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। विभाग द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं को संकलन केंद्र तक पहुंचाने की अपने स्तर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है ऐसे में कर्मचारी अपनी सुरक्षा को लेकर चितित बने हैं। बताते चलें कि प्रतियोगी परीक्षाओं में भी इतनी ही चाक चौबंद व्यवस्था की जाती है उत्तर पुस्तिकाओं को केंद्र से एकत्र करने की जिम्मेदारी प्रशासनिक मशीनरी की होती है जबकि बोर्ड परीक्षाओं में यह काम केंद्र व्यवस्थापक के भरोसे छोड़ दिया जाता है। इनका कहना है
परीक्षा के लिए बोर्ड द्वारा जारी सभी निर्देशों का सख्ती के साथ अनुपालन कराया जा रहा है। संकलन केंद्र तक उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाने की जिम्मेदारी केंद्र व्यवस्थापक की रहती है।
डा. अरुण कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक।