संयुक्त मोर्चा ने बसपा की शिमला देवी को दिया जिला पंचायत में समर्थन
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए गैर भाजपाई दलों ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर बसपा की जिला पंचायत सदस्य शिमला देवी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
सहारनपुर, जेएनएन। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए गैर भाजपाई दलों ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर बसपा की जिला पंचायत सदस्य शिमला देवी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। मोर्चा के कांग्रेस व बसपा नेताओं ने अपने पास 34 सदस्यों के पूर्ण समर्थन का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा के पास कुछ नहीं है। दावा कि उसके सदस्य भी उनकी ओर ही देख रहे हैं।
जिला पंचायत सदस्यों का परिणाम आने के बाद सपा, कांग्रेस, भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर भाजपा को जिला पंचायत में पहुंचने से रोकने के लिए अपना चेयरमैन बनाने का दावा किया था। 49 सदस्यों वाली जिला पंचायत में कोई भी दल इस स्थिति में नहीं है कि वह अकेले अपने दम पर अपना चेयरमैन बना सके। हालांकि पिछले 20 वर्ष से जिला पंचायत में काबिज बसपा इस बार भी 16 सदस्यों के साथ सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। 15 सदस्यों के साथ भाजपा दूसरे व आठ सदस्यों के साथ कांग्रेस तीसरे नंबर की पार्टी रही है। सपा के पांच, आसपा के दो, भाकियू का एक व दो निर्दलीय सदस्य हैं।
मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव इमरान मसूद, कांग्रेस विधायक नरेश सैनी व मसूद अख्तर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी मुजफ्फर अली, बसपा के पूर्व विधायक जगपाल सिंह, बसपा के देवबंद विधानसभा प्रभारी नवीन खटाना आदि नेताओं ने अंबाला रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता कर भाजपा को रोकने के लिए नवीन खटाना की माता जिला पंचायत सदस्य शिमला देवी को मोर्चा का सयुक्त प्रत्याशी घोषित करते हुए समर्थन की घोषणा की। बसपा के पूर्व विधायक जगपाल सिंह ने कहा कि उनके पास पूर्ण बहुमत न होने के कारण उन्होंने मोर्चा के नेता इमरान मसूद से समर्थन लिया है।
हमने धर्म निरपेक्ष दलों को न्यौता दिया था, हमारे पास उम्मीदवार नहीं था। इसलिए शिमला देवी को सर्वसम्मति से चुना है। इससे भाजपा की हाउस ट्रेड्रिग जो शुरू हो रही थी उस पर भी लगाम लगेगी। आज माहौल भाजपा के खिलाफ है भाजपा से किसान, व्यापारी, समेत हर वर्ग परेशान है इसलिए हम भाजपा के खिलाफ हैं और रहेंगे।