बच्चे की ग्राोथ के लिए मां को दिया जाए प्रतिदिन पंच रंगा भोजन
आइसीडीएस विभाग के समस्त अधिकारियों एवं मुख्य सेविकाओं को पोषण अभियान के अंतर्गत गुणवत्ता परक अन्नप्राशन और गोदभराई कराने का प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य प्रशिक्षक सरिता मंडल समन्वयक यूनिसेफ रवि प्रकाश श्रीवास्तव तथा रमा फाउंडेशन दिल्ली के प्रशिक्षक शैलेंद्र तथा इशरत अहमद ने सभी को प्रशिक्षण दिया।
जेएनएन, सहारनपुर। आइसीडीएस विभाग के समस्त अधिकारियों एवं मुख्य सेविकाओं को पोषण अभियान के अंतर्गत गुणवत्ता परक अन्नप्राशन और गोदभराई कराने का प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य प्रशिक्षक सरिता मंडल समन्वयक यूनिसेफ रवि प्रकाश श्रीवास्तव तथा रमा फाउंडेशन दिल्ली के प्रशिक्षक शैलेंद्र तथा इशरत अहमद ने सभी को प्रशिक्षण दिया।
विकास भवन के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक सरिता मंडल समन्वयक यूनिसेफ रवि प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि अन्न प्राशन कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के आहार में भोजन के सात समूह से संबंधित खाद्य पदार्थ बच्चों को पूरक आहार के रूप में यदि मां के दूध के साथ दिया जाएगा तो उसका मानसिक शारीरिक और बौद्धिक विकास उत्तरोत्तर होगा। इन समूहों का भोजन बच्चे को या गर्भवती माता को नहीं दिया जाएगा तो बच्चे की ग्रोथ अर्थात विधि वृद्धि रुक जाएगी इसलिए जरूरी है की पंच रंगा भोजन प्रत्येक दिन अपने भोजन में शामिल किया जाए जैसे अनाज कंदमूल ,दूसरा समूह हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध तथा दूध से बने पदार्थ, अंडा, नारंगी रंग के फल, मांसाहार, दालें और फलियां शामिल किया जाना चाहिए। प्रशिक्षण में सभी मुख्य सेविकाओं को सतरंगी भोज्य पदार्थों का प्रशिक्षण दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों के खान-पान का ध्यान 6 माह के बाद भी रखना होगा। जैसे विटामिन ए से युक्त फल और सब्जियां बच्चों को दिया जाए। अन्य फल और सब्जियां तथा दूध तथा दूध से बने हुए पदार्थ इस प्रकार बना कर दिये जाए जिसको बच्चा अच्छी प्रकार से निगल सके। मां और बच्चे का भावात्मक संबंध भी भोज्य पदार्थ देने में अपनी भूमिका अदा करता है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित मातृत्व के लिए माता का शीघ्र पंजीकरण यथासंभव आंगनबाड़ी केंद्र पर करा लिया जाए और गर्भवती मां का नियमित वजन लिया जाए। प्रशिक्षण में बाल विकास परियोजना अधिकारी नानौता नाहीद प्रवीन, बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रभारी शहर सुनीता चौधरी और समस्त मुख्य सेविकायें बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की उपस्थित रही।
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बृजमोहन मोगा