दस ओवरलोड वाहन पकड़े
सहारनपुर जेएनएन। अवैध खनन को रोकने के लिये डीएम अखिलेश सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने सख्त
सहारनपुर जेएनएन। अवैध खनन को रोकने के लिये डीएम अखिलेश सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने सख्त तेवर अपना लिये हैं। डीएम और एसएसपी कभी भी आधी रात को अवैध खनन की जांच करने के लिये छापेमारी कर रहे हैं। इससे खनन ठेकेदारों में भय का माहौल है। एसडीएम दीप्ति देव यादव ने सोमवार आधी रात में छापेमारी कर दिल्ली-यमनोत्री हाइवे से बेहट के कलसिया तथा गंदेवड़ से ओवरलोड अवैध खनिज लदे 10 वाहन व पांच चालक पकड़े, जबकि अन्य फरार हो गये। इनकी रिपोर्ट कार्रवाई के लिये खनन विभाग को भेजी जा रही है। पकड़े गये वाहन व चालक पुलिस के सुपुर्द कर दिये गये।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष बरसाती मौसम में 1 जुलाई से 30 सितंबर तक किसी भी प्रकार से खनन नहीं हो सकता है। प्रशासन द्वारा आवंटित पट्टों से भी इस समय में खनन बंद हो जाता है। लेकिन यमुना नदी में अवैध खनन का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही नहीं स्टोन क्रेशरों से भी भंडारण बताकर खनिज निकाला जा रहा है। यह सब धंधा पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है। शिकायतों के बाद शनिवार की रात डीएम अखिलेश सिंह व एसएसपी डा. एस चनप्पा ने भी आधी रात में ही यमुना घाटों का निरीक्षण किया था। लेकिन माफियाओं को अधिकारियों के आने की भनक पहले ही लग जाने के कारण उस रात खनिज के वाहन नहीं निकले। जबकि दिल्ली-यमनोत्री हाइवे ही नहीं नानौली से लोदीपुर होते हुये उसंड मार्ग से आधी रात के बाद खनिज लदे वाहन निकलते हैं। लगभग एक सप्ताह पहले एसडीएम ने इसी मार्ग से अवैध रूप से खनिज ले जाते हुये कई ओवर लोड ट्रैक्टर-ट्रालियां पकड़ी थी।
एसडीएम ने सोमवार की रात फिर आधी रात में ही धरपड़क शुरू की तो 7 ट्राले, 2 डंपर व 1 ट्रक 14 टायरा खनिज से लदे पकड़े गये। इनके पास वैध प्रपत्र नहीं थे। इनमें से कई वाहनों के चालक मौके से फरार हो गये। जबकि 5 को हिरासत में ले लिया गया। वाहनों व चालकों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। एसडीएम ने बताया कि इन सभी की रिपोर्ट खनन विभाग को नियमानुसार कार्रवाई के लिये भेजी जा रही है।