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कुछ एंबुलेंस चलीं और कुछ नहीं, कर्मियों का धरना जारी

नई कंपनी में समायोजन को लेकर हड़ताल पर गए एंबुलेंस के कर्मचारियों ने अपनी मर्जी से सभी एंबुलेंस की चाबियां एसबीडी अस्पताल के कर्मचारियों को सौंप दी हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 11:11 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 11:11 PM (IST)
कुछ एंबुलेंस चलीं और कुछ नहीं, कर्मियों का धरना जारी

सहारनपुर, जेएनएन। नई कंपनी में समायोजन को लेकर हड़ताल पर गए एंबुलेंस के कर्मचारियों ने अपनी मर्जी से सभी एंबुलेंस की चाबियां एसबीडी अस्पताल के कर्मचारियों को सौंप दी हैं, ताकि मरीजों को परेशानी न हो। हालांकि इस दौरान काफी मरीजों को परेशानी भी झेलनी पड़ी। इसलिए बुधवार को कुछ एंबुलेंस चलीं, और कुछ खड़ी रहीं। चालकों की कमी होने के कारण एंबुलेंस पूरी तरह नहीं चल पाई हैं। एंबुलेंस कर्मचारियों का कहना है कि उनकी जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष सुशील पांडेय ने बताया कि एंबुलेंस का टेंडर जीवीकेईएमआरआइ नामक कंपनी था। इस कंपनी से टेंडर वापस लेकर सरकार ने दूसरी कंपनी को दे दिया है। जिले में लगभग 80 एंबुलेंस कर्मचारी है। इन कर्मचारियों को नई कंपनी रखने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए यह सभी बेरोजगार हो जाएंगे। इसलिए एंबुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल करने का निर्णय लिया था। उनकी हड़ताल को चार दिन हो गए हैं। मंगलवार की देर रात कर्मचारियों ने निर्णय लिया कि मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए चाबी प्रशासन को सौंपी जाए। जिसके बाद देर रात एसबीडी अस्पताल के कर्मचारियों को एंबुलेंस के कर्मचारियों को चाबी सौंप दी गई। बुधवार की सुबह करीब 22 एंबुलेंस चली है। जबकि बाकी एंबुलेंस खड़ी रही। इसका मुख्य कारण चालकों की कमी होना है। सुशील पांडेय ने बताया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि सहारनपुर में एंबुलेंस कर्मचारी काशीराम कालोनी में हड़ताल पर बैठे हैं।


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