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स्मार्ट सिटी: काम कुछ हुआ नहीं, 62 रैंक से 92 पर पहुंच गए

स्मार्ट सिटी सहारनपुर में घोटाले के आरोपों से अब सफर और लंबा हो गया है। अभी कोई खास कामकाज हुआ भी नही था कि फाइलों में चल रही 62वीं रैंक गिरकर 92वीं हो चुकी है। बड़ा सवाल है कि जब काम शुरू होंगे तो यह रैंक कितनी और नीचे आएगी। कहीं ऐसा न हो जाए कि आपसी उठापटक से अपना सहारनपुर स्मार्ट सिटी का रुतबा ही खो बैठे। महज एक पखवाड़े में उठे तीन तूफानों ने नगर निगम की सियासत गर्मा दी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 11:08 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 11:08 PM (IST)
स्मार्ट सिटी: काम कुछ हुआ नहीं, 62 रैंक से 92 पर पहुंच गए

सहारनपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी सहारनपुर में घोटाले के आरोपों से अब सफर और लंबा हो गया है। अभी कोई खास कामकाज हुआ भी नही था कि फाइलों में चल रही 62वीं रैंक गिरकर 92वीं हो चुकी है। बड़ा सवाल है कि जब काम शुरू होंगे तो यह रैंक कितनी और नीचे आएगी। कहीं ऐसा न हो जाए कि आपसी उठापटक से अपना सहारनपुर स्मार्ट सिटी का रुतबा ही खो बैठे। महज एक पखवाड़े में उठे तीन तूफानों ने नगर निगम की सियासत गर्मा दी है। जानकार लोग इसे आगामी चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं जबकि दूसरी ओर कुशल मैनेजमेंट से हुए नुकसान की भरपाई का काम भी शुरू हो चुका है।

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बड़ी उम्मीदों और प्रयासों के बाद अपना सहारनपुर देश के 100 स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल हो सका था। यहां जन-जन को बड़ी उम्मीदें थी कि अब शहर के सूरत में चार चांद लग जाएंगे। स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर कोशिशें और मैराथन बैठकों का दौर भी खूब चला। निगम अधिकारी लगातार यह दावे भी करते रहे कि छह माह में महानगर की सूरत बदल जाएगी। हर क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन होगा। अपने शहर की सुंदरता और सुविधाओं की दूर-दूर तक मिसाल दी जायेगी। इन सारी उम्मीदों को पिछले एक पखवाड़े से चल रहे उठापटक के दौर ने भारी चोट पहुंचाई। पौधों की खरीद में गड़बड़ी का मामला लेकर पार्षद अनिल कुमार पप्पू स्मार्ट सिटी के चेयरमैन व कमिश्नर तक जा पहुंचे। आरोप थे कि पौधे खरीदने में भारी अनियमितता बरती गई। यह मामला अभी जांच में चल रहा था कि पार्षद अभिषेक अरोड़ा टिकू ने भी नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह पर अपमानजनक व्यवहार करने का ठीकरा फोड़ दिया। पार्षद भी इस मामले को लेकर कमिश्नर के पास जा पहुंचे थे। पार्षद का कहना था कि वह निगम में फैले भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर गए थे। वहीं स्मार्ट सिटी कंपनी की कंपनी सेक्रेटरी पूजा ने भी कमिश्नर और राज्य महिला आयोग को पत्र भेजकर नगर आयुक्त व स्मार्ट सिटी के सीईओ ज्ञानेंद्र सिंह पर कई आरोप लगाए। स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं में हो रहे घोटाले का उन्होंने उल्लेख किया और गलत काम करने के लिए दबाव बनाने का आरोप भी लगाया। कमिश्नर द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। हालांकि लगातार हुए इन घटनाक्रमों ने निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल जरूर उठाए है। मंथन करने वाला हर नागरिक यही कह रहा है कि निगम की जो तस्वीर दिखाई जा रही है, ऐसा कुछ भी नही है। आखिर कुछ तो बात होगी, जो मामले लगातार गूंजे। उधर शनिवार को नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह सुबह-सवेरे पांवधोई नदी के सफाई अभियान के निरीक्षण के दौरान नाराज चल रहे पार्षद अभिषेक अरोड़ा टिकू के निवास पर कई अधिकारियों के साथ जा पहुंचे। चाय की चुस्कियों के साथ खुशनुमा माहौल में हुई बातचीत में सभी गिले शिकवे दूर हो गए। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वार्ड में चल रहे सभी कार्यों में तेजी लाई जाए। खैर तीन में से एक मामला तो सुलह से निपटा प्रतीत होता है, लेकिन बाकी दो मामले अभी भी सिरदर्द बने हैं। जांच कमेटी पर ही बाकी दोनों मामलों का दारोमदार है। भाजपा के धुर विरोधी राजनैतिक दल हालांकि अभी सभी मामलों में चुप्पी साधे हैं। वह देखो और इंतजार करो की रणनीति अपनाकर शायद कोई बड़ा दाव चलने की तैयारी में है। जानकार इन मामलों को आगामी चुनाव की सियासत भी जोड़कर देख रहे हैं।

कंपनी सचिव को पुलिस अभिरक्षा में रखा जाए: नगर आयुक्त

जागरण संवाददाता, सहारनपुर :

स्मार्ट सिटी के सीईओ व नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि स्मार्ट सिटी की कंपनी सचिव पूजा वर्मा के कारण स्मार्ट सिटी को काफी नुकसान पहुंचा है। नौकरी बचाने के लिए एक सोची-समझी पेशबंदी करते हुए कंपनी सचिव पूजा स्मार्ट सिटी अधिकारियों पर मनघड़ंत आरोप लगा रही हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में कंपनी सचिव को पुलिस अभिरक्षा में रखने का अनुरोध किया है।

नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि कंपनी सचिव का संविदा कार्यकाल 13 जुलाई को समाप्त हो रहा है, इसलिए वह अपनी नौकरी बचाने के लिए स्मार्ट सिटी अधिकारियों पर दबाव बनाने हेतु झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं। उन्होंने आशंका जताई कि शहर में विकास के रथ को रोकने के लिए कुछ लोग अब कंपनी सचिव को मोहरा बनाकर अपना खेल, खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी सचिव की लापरवाही से स्मार्ट सिटी सहारनपुर को काफी नुकसान पहुंचा है। उनके द्वारा फाइलों को अपडेट न करने से सहारनपुर स्मार्ट सिटी 62वीं रैंक से गिरकर 92वीं रैंक पर आ गया है। उन्होंने कहा कि मंडलायुक्त ने जांच कमेटी गठित की है, सच उसमें सामने आ जायेगा। नगर आयुक्त ने बताया कि पूजा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित कर यह दबाव बना रही है कि उसके मन में आत्महत्या के भाव आ रहे है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर पूजा के क्रियाकलापों से अवगत कराते हुए उसे पुलिस अभिरक्षा में रखने का अनुरोध किया है ताकि उसके जीवन को कोई खतरा न पहुंचे।


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