जहरीली शराब कांड: सहारनपुर में SIT की जांच जारी, बार-बार पूछ रही वही तीन सवाल
सहारनपुर में जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों की जांच के लिए गठित की गई एसआइटी ने दूसरे दिन अस्पताल में भर्ती बीमार व उनके तिमारदारों से बातचीत की।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 02:20 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 02:20 PM (IST)
सहारनपुर, जेएनएन। सहारनपुर में जहरीली शराब कांड की जांच के लिए गठित एसआइटी ने दूसरे दिन राजकीय मेडिकल कालेज पिलखनी में पहुंचकर शराब पीने से बीमार हुए लोगों व उनके तिमारदारों से बात की। साथ ही मेडिकल कालेज के प्राचार्य को निर्देश भी दिए। इसके बाद एसआइटी गांव कौलकी कलां में गयी, जहां एक स्कूल में बयान लिए जा रहे हैं।
दूसरे दिन भी दर्ज किए बयान
शराब कांड की जांच के लिए गठित एसआइटी ने बुधवार को गांव उमाही, शरबतपुर व शिवपुर में जाकर ग्रामीणों के बयान दर्ज किये थे। गुरुवार की सुबह एसआइटी के मुखिया एडीजी रेलवे संजय सिंघल व सदस्य मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी और आइजी शरद सचान राजकीय मेडिकल कालेज में पहुंचे। यहां जहरीली शराब पीने से तीस लोग भर्ती हैं। एसआइटी ने मेडिकल कालेज के मेडिकल वार्ड, आइसीयू व इमरजेंसी में भर्ती मरीजों व उनके तिमारदारों से बात की।
बार पूछ रहे वही तीन सवाल
आज भी एसआइटी के ज्यादातर तीन ही सवाल रहे कि शराब कहां से लाए थे। शराब कब पी थी और कितने रुपये की शराब लेकर आए थे। यहां ज्यादातर मरीज कौलकी कलां गांव के ही भर्ती हैं। इसके बाद एसआइटी नागल थाना क्षेत्र के गांव कोलकी में पहुंची, जहां जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हुई थी। कोलकी कलां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में एसआइटी ने मृतक लोगों के परिजनों के अलावा अन्य ग्रामीणों से भी बात कर उनके बयान दर्ज किए।
दूसरे दिन भी दर्ज किए बयान
शराब कांड की जांच के लिए गठित एसआइटी ने बुधवार को गांव उमाही, शरबतपुर व शिवपुर में जाकर ग्रामीणों के बयान दर्ज किये थे। गुरुवार की सुबह एसआइटी के मुखिया एडीजी रेलवे संजय सिंघल व सदस्य मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी और आइजी शरद सचान राजकीय मेडिकल कालेज में पहुंचे। यहां जहरीली शराब पीने से तीस लोग भर्ती हैं। एसआइटी ने मेडिकल कालेज के मेडिकल वार्ड, आइसीयू व इमरजेंसी में भर्ती मरीजों व उनके तिमारदारों से बात की।
बार पूछ रहे वही तीन सवाल
आज भी एसआइटी के ज्यादातर तीन ही सवाल रहे कि शराब कहां से लाए थे। शराब कब पी थी और कितने रुपये की शराब लेकर आए थे। यहां ज्यादातर मरीज कौलकी कलां गांव के ही भर्ती हैं। इसके बाद एसआइटी नागल थाना क्षेत्र के गांव कोलकी में पहुंची, जहां जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हुई थी। कोलकी कलां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में एसआइटी ने मृतक लोगों के परिजनों के अलावा अन्य ग्रामीणों से भी बात कर उनके बयान दर्ज किए।
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