24 घंटे बाद भी शुरू नहीं हो सकी दारोगा हत्या की जांच
सहारनपुर: ट्रेनी दारोगा कुलदीप कुमार की मौत के मामले में लखनऊ तक हल्ला भले ही मचा हो, म
सहारनपुर: ट्रेनी दारोगा कुलदीप कुमार की मौत के मामले में लखनऊ तक हल्ला भले ही मचा हो, मगर जनपद में अभी मामले की विवेचना ही शुरू नहीं हो सकी। रविवार दोपहर हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक यही निर्धारित नहीं हो सका कि इस मामले की विवेचना कौन करेगा। हालांकि मौखिक रूप से सीओ द्वितीय मुकेशचंद्र मिश्र को जांच सौंपी गई, लेकिन लिखित में आदेश नहीं मिला है।
गुरुवार को देवबंद की रणखंडी चौकी पर तैनात प्रशिक्षु दारोगा कुलदीप का शव उनके कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला था। मौत से पहले कुलदीप द्वारा जारी किए गए ऑडियो में खुदकशी के लिए उन्होंने इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही को दोषी ठहराया था, मगर रविवार को परिजनों ने थाना देवबंद में हंगामा करते हुए लखनऊ तक अपनी बात बताई तो जिला पुलिस हरकत में आई थी। दारोगा कुलदीप की पत्नी शिल्पी की तहरीर पर इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही व एक अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया। एसपी देहात विद्या सागर मिश्र ने वीडियो ब्यान जारी कर बताया कि हत्या की इस एफआईआर की जांच सीओ द्वितीय मुकेशचंद्र मिश्र को सौंपी गई है। वही सील कमरे को खुलवा कर जांच-पड़ताल शुरू करेंगे। मगर सोमवार को सीओ मुकेशचंद्र से विवेचना के बाबत पूछा तो वह बोले कि मेरे पास अभी जांच के आदेश नहीं आए हैं, जैसे ही आदेश मिलेगा तो मौका-मुआयना कर जांच शुरू कर दी जाएगी। इंस्पेक्टर नामजद, मगर अज्ञात कौन?
सहारनपुर: प्रशिक्षु दारोगा कुलदीप की पत्नी शिल्पी द्वारा इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही व एक अज्ञात के खिलाफ पति कुलदीप की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। मगर अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर अज्ञात में वह दूसरा व्यक्ति कौन था, जिसे शिल्पी सहयोगी के रूप में बता रही है।