आंधी व बारिश से शाकंभरी मेले में भगदड़
न के साथ सोमवार को पहाड़ों व मैदानी क्षेत्र में हुई भारी वर्षा व ओलावृष्टि के बाद शिवालिक से निकलने वाली शाकंभरी नदी में अचानक तेज बहाव आ गया। जिसके चलते इन दिनों यहां लगे वासंतीय नवरात्र मेले में भगदड़ मच गयी। गनीमत रही कि सिद्धपीठ व्यवस्थापक राणा परिवार द्वारा बारिश को देखते ही मेला परि
बेहट (सहारनपुर) : सोमवार को अचानक आई आंधी व वर्षा के साथ शिवालिक से निकलने वाली शाकंभरी नदी में अचानक तेज बहाव आ गया। इसके चलते यहां लगे वासंतीय नवरात्र मेले में भगदड़ मच गयी। गनीमत रही कि मेला परिक्षेत्र में माइक से सभी को अलर्ट कर दिया था। जिसके चलते अधिकतर दुकानदारों ने अपना सामान समेट लिया था। इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन आंधी के कारण कई दुकानों के टेंट व बल्लियां उखड़ गई।
गौरतलब है कि शाकंभरी देवी के तीनों मेले भूरादेव से माता शाकंभरी मंदिर तक नदी क्षेत्र में ही लगते हैं। शाकंभरी नाम की यह नदी शिवालिक से निकलती है और पहाड़ी पर बारिश होने के कुछ देर बाद ही इसमें तेज बहाव आ जाता है। सोमवार को सुबह अचानक तेज आंधी आ गई और बारिश भी शुरू हो गई। सिद्धपीठ व्यवस्थापक राणा परिवार ने मेला परिक्षेत्र में लाउडस्पीकर से पानी आने की आशंका के चलते अलर्ट हो जाने का संदेश प्रसारित करा दिया। इसके साथ ही उनके स्वयं सेवक भी दुकानदारों को नदी से सामान हटाने की अपील करते घूमने लगे। इसी दौरान नदी में तेज बहाव आ गया, लेकिन तब तक धार के मुहाने वाले दुकानदारों ने अधिकतर सामान समेट कर सुरक्षित ऊंचाई वाले स्थानों पर रख दिया था। हालांकि आंधी के दौरान कई दुकानों के टेंट उखड़ने से वहां रखा सामान क्षतिग्रस्त हो गया। यात्री भी भगदड़ के दौरान सुरक्षित स्थानों पर खड़े हो गए। मेले की लगभग सभी दुकानों में तेज बहाव के साथ पानी घुसा।
उधर भक्तों की आस्था तेज बहाव पर भारी पड़ती दिखाई दी। भूरादेव से माता के दरबार की ओर जाने वाले अनेक श्रद्धालु रुक नहीं रहे थे। हालांकि यहां के बहाव के खतरे से वाकिफ लोग भूरादेव पर ही श्रद्धालुओं को पानी कम होने तक रूकने की सलाह दे रहे थे।