गर्मी ने लोगों को घरों में किया कैद, दोपहर में सड़कें सूनी
सहारनपुर, जेएनएन। गर्मी इस समय अपने पूरे चरम पर है। बच्चे हों, बूढ़े हों या फिर महिलाएं, सभी गर्मी से परेशान हैं। कूलर, पंखे तो छोड़िए एसी तक गर्मी के सामने फेल साबित हो रहे हैं। उधर, गर्मी के बीच यदि दिन या फिर रात में एक दो घंटा बिजली चली जाए तो लोग बिलबिला जाते हैं। आलम यह है कि गर्मी के कारण दोपहर के समय सड़कें सूनी हो जाती हैं। दुकानदार खाली बैठ जाते हैं। बाजारों से रौनक गायब हो जाती है।
दरअसल, मौसम वैज्ञानिक उमेश कुमार का कहना है कि मई, जून और जुलाई माह में गर्मी अपना सितम दिखाती है। इन तीनों माह में गर्मी चिपचिपी हो जाती है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि अभी आने वाले तीन दिन और गर्मी अपना भयंकर रूप दिखाएगी। 24 मई को बारिश होने के आसार हैं। इस समय गर्मी के कारण लोग परेशान तो हैं ही, साथ ही मजदूरी करने वाले सबसे अधिक परेशान हैं। बता दें कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम 25 रहा। दोपहर के समय लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। हालांकि शाम के समय तापमान में गिरावट होने के बाद लोग बाजारों में खरीदारी करने निकलते हैं। स्कूल में जाने वाले बच्चों की जिस समय दोपहर में छुट्टी होती है तो अभिभावक खुद ही अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल जा रहे हैं। ताकि उन्हें गर्मी से बचाया जा सके।
सीएमओ ने दी यह सलाह
सीएमओ डा. संजीव मांगलिक का कहना है कि इस समय गर्मी के कारण जिला अस्पताल में उल्टी-दस्त, हिटस्ट्रोक आदि के मरीज खूब आ रहे हैं। इसलिए लोगों को दोपहर के 12 बजे से लेकर दोपहर के तीन बजे तक अपने घरों में रहना चाहिए। जो युवक फिल्ड में काम करते हैं वह अपने साथ एक तौलिया रखें। तौलिए को सिर पर जरूर रखें। बाइक पर हेलमेट को लगाकर चलें। पानी अधिक से अधिक पीएं। दोपहर में भोजन करने के बजाए तरल पदार्थ लें। सुबह का नाश्ता पेट भरकर करें। खाली पेट अपने घर से बाहर न निकलें।
किसान भी गर्मी से करें बचाव
सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने किसानों को सलाह दी है कि वह सुबह जल्दी उठकर चार से पांच बजे के बीच में अपने खेत पर जाएं। 11 बजे तक खेत में काम करें और उसके बाद अपने घर लौट आएं। दोपहर के तीन बजे के बाद फिर से वह खेत पर जाकर काम कर सकते हैं। सीएमओ का कहना है कि गांव देहात से अधिक मरीज जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। अधिकतर मरीज गर्मी और लू लगने के कारण बीमार हो रहे हैं।