मन और इंद्रियों पर नियंत्रण से मिलता है वेद मार्ग : संजय
आर्य समाज बेहट रोड तेलीपुरा के छठे वार्षिक उत्सव में यज्ञ को जीवन का सार बताया। उपदेशकों ने बताया मन और इंद्रियों पर नियंत्रण करके मनुष्य सत्मार्ग पर चल सकता है।
सहारनपुर, जेएनएन। आर्य समाज बेहट रोड तेलीपुरा के छठे वार्षिक उत्सव में यज्ञ को जीवन का सार बताया। उपदेशकों ने बताया मन और इंद्रियों पर नियंत्रण करके मनुष्य सत्मार्ग पर चल सकता है।
शनिवार को आर्य समाज तेलीपुरा के छठे वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ ध्वजारोहण के साथ हुआ। उत्सव की प्रथम सभा में यज्ञ के ब्रह्मा मेरठ से पहुंचे। आचार्य संजय ने यज्ञ का महत्व बताते हुए वेदों में मन और इन्द्रियों को देव बताया। हापुड़ से पहुंची आचार्या शुलभा शास्त्री ने भी भजनों से यज्ञ की महिमा उजागर की। आर्य समाज के प्रधान सुशील कुमार ने बताया कि यज्ञ करने से जीवन से विकार दूर होते हैं। पहले दिन यज्ञ के यज्ञमान आर्य समाज के प्रधान सुशील कुमार, प्रदीप कुमार, आलोक सैनी , अमित कुमार सहपत्नी उपस्थित रहे। इस मौके पर कुशल पाल आर्य (भगत जी), जगदीश प्रसाद, सोमपाल आर्य , वीरेंद्र राणा, संदीप कुमार, जसबीर, गीता राम, राधेलाल शर्मा, राजेश सैनी, सुरेंद्र सैनी, महिपाल, नकली राम, पवन, पिरथी, प्रमोद, मनीराम सैनी, बृह्मदेव, आनंद मुनि, हरपाल, मास्टर प्रेमचन्द, मांघेराम, मुनेश, रवि आर्य, गोकित सुदेश आर्य रीना, सोनिया, रुचि, सुदेशना आदि उपस्थित रहे।