Move to Jagran APP

ग्रामीण क्षेत्र में ही रही हैं शराब की ओवर रेटिग, मिलावट वाली बिक रही शराब

खेड़ा अफगान के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब को सरकारी रेट पर न बेच कर ओवर रेट बेचा जा रहा है। यह कार्य शराब दुकान मालिक आबकारी विभाग के अधिकारियों से मिली भगत कर कर रहे हैं जिसकी वजह से आए दिन सेल्समैन और ग्राहक के बीच शराब की दुकानों पर झगड़े हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 11:23 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र में ही रही हैं शराब की ओवर रेटिग, मिलावट वाली बिक रही शराब

सहारनपुर, जेएनएन। खेड़ा अफगान के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब को सरकारी रेट पर न बेच कर ओवर रेट बेचा जा रहा है। यह कार्य शराब दुकान मालिक आबकारी विभाग के अधिकारियों से मिली भगत कर कर रहे हैं, जिसकी वजह से आए दिन सेल्समैन और ग्राहक के बीच शराब की दुकानों पर झगड़े हो रहे हैं।

loksabha election banner

गौरतलब है कि अंग्रेजी हो या फिर देसी शराब दुकान खेड़ा अफग़ान में सभी दुकानों पर प्रिट रेट से दस से बीस रुपए अधिक दर पर बेची जा रही है, खेड़ा अफग़ान में शराब की दुकानों पर रेट लिस्ट भी नहीं लगी है। वहीं शराब की मिल रही शिकायत के बावजूद पुलिस-प्रशासन व आबकारी विभाग कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। खेड़ा अफग़ान में शराब पीने वालों का कहना है कि वह अंग्रेजी व देशी शराब की दुकान से जब भी शराब खऱीदते हैं तो सेल्समैन द्वारा प्रिट रेट से 10 से 20 रुपये अधिक अतिरिक्त लेता हैं। अतिरिक्त रेट का विरोध करने पर वह झगड़ा करने को तैयार रहता हैं। गौरतलब है कि यह सब ओवररेटिग का खेल आबकारी विभाग की जानकारी में हो रहा है। इस कारण से वे शराब दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं अथवा कार्यवाही करते भी है तो कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति होती है।

मिलावट करते हैं

दुकानों पर काम करने वाले सेल्समैन मिलावटी शराब बेचने में भी काफी माहिर हैं। देसी शराब के क्वार्टर व बोतल में यह लोग आसानी से उसका ढक्कन खोलकर पानी की मिलावट कर बचे रहे हैं। शराब पीने वाले लोग यह सब जानते हैं, लेकिन झगड़े के डर के कारण यह लोग ज्यादा कुछ बोल नहीं पाते और विरोध किए बिना ही शराब खरीदकर चलते जाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.