बीजोपुरा में गंदगी के ढेर, कीचड़युक्त सड़कें
ग्राम पंचायतों का कार्यकाल लगभग समाप्त होने को है। इन साढे़ चार सालों में गांवों में कराया गया विकास भी अब खुद बोलने लगा है। मगर कुछ गांव आज भी ऐसे हैं जो विकास से अछूते हैं। बरसात के इस मौसम में गांवों में आने-जाने के रास्ते में न केवल कीचड़ भरा है बल्कि ग्रामीणों को जलभराव की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।
सहारनपुर, जेएनएन। ग्राम पंचायतों का कार्यकाल लगभग समाप्त होने को है। इन साढे़ चार सालों में गांवों में कराया गया विकास भी अब खुद बोलने लगा है। मगर कुछ गांव आज भी ऐसे हैं, जो विकास से अछूते हैं। बरसात के इस मौसम में गांवों में आने-जाने के रास्ते में न केवल कीचड़ भरा है, बल्कि ग्रामीणों को जलभराव की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।
विकासखंड मुजफ्फराबाद के अंतर्गत आने वाला ऐसा ही एक गांव बीजोपुरा है, जहां विकास की किरण नजर नहीं आती। ग्रामीण प्रधान से लेकर बीडीओ और जिला पंचायतराज अधिकारी तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं, परंतु गांव की समस्याओं का अंत नहीं हुआ है। हल्की सी बारिश होते ही गांव के कई इलाकों में जलभराव व सड़कों पर कीचड़ हो जाता है। अधिकारियों से समस्याओं का समाधान न होते देख इन समस्याओं का सामना कर रहे बच्चों ने दैनिक जागरण को अपनी समस्या से अवगत कराया। कहा कि उनके बड़े अधिकारियों के चक्कर काट चुके हैं, इसलिए अब आप ही उनके गांव की समस्या का समाधान कराएं। गांव में शिव मंदिर के पीछे की ओर रहने वाले बच्चों में शामिल शिवानी पाल, हर्षपाल, मयंक पाल, छविपाल, हिमांशुपाल, खुशीपाल, निखिलपाल, सुधांशु पाल का कहना है कि उनकी बस्ती में आने वाली सड़क पूरी तरह खत्म है, जरा सी बारिश में जलभराव व कीचड़ हो जाता है जिस कारण आने जाने का रास्ता बंद हो जाता है। इतना ही नहीं मन्नान के मेडिकल के पास, स्कूल के पास भी इसी तरह की समस्या है। रावा की ओर जाने वाले रास्ते पर भी पानी भर जाता है। इन बच्चों ने बताया कि ऐसा नहीं कि गांव में सफाईकर्मी नहीं है, परंतु वह एक-एक महीने में आकर ही सफाई करता है।
इनका कहना है..
किसी भी ग्रामीण द्वारा गांव की समस्या से उन्हें अवगत नहीं कराया गया है, अब आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है तो सोमवार को ही पूरे गांव में सफाई अभियान चलाकर उसकी जानकारी दी जाएगी।
-राजेंद्र प्रसाद, जिला पंचायत राज अधिकारी सहारनपुर।