पश्चिमांचल की ट्रेन में बैठाए मध्य यूपी के कामगार
कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में दूर-दराज राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों की परेशानी बढ़ाने में रेलवे भी पीछे नहीं है। एक दिन पूर्व गोवा से आई ट्रेन में पूर्वाचल के सैकड़ों यात्रियों को भेज दिया गया। अब सोमवार को तेलंगाना से आई श्रमिक स्पेशल में मध्य यूपी के कामगारों को बैठा दिया गया। यहां उतरने के बाद प्रशासन ने 325 कामगारों को लखनऊ कासगंज बदायूं हाथरस आगरा सहित अन्य जिलों में बसों के जरिए भिजवाया। सहारनपुर के महज 54 कामगार थे।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में दूर-दराज राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों की परेशानी बढ़ाने में रेलवे भी पीछे नहीं है। एक दिन पूर्व गोवा से आई ट्रेन में पूर्वाचल के सैकड़ों यात्रियों को भेज दिया गया। अब सोमवार को तेलंगाना से आई श्रमिक स्पेशल में मध्य यूपी के कामगारों को बैठा दिया गया। यहां उतरने के बाद प्रशासन ने 325 कामगारों को लखनऊ, कासगंज, बदायूं, हाथरस, आगरा सहित अन्य जिलों में बसों के जरिए भिजवाया। सहारनपुर के महज 54 कामगार थे।
लॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद होने से उत्तर प्रदेश के सैकड़ों कामगार तेलंगाना में फंस गए थे। ऐसे प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने श्रमिक स्टेशन तो भेजी लेकिन प्रवासियों को घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर उतार दिया। शनिवार शाम चार बजे लिगमपल्ली स्टेशन से 24 कोच की श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन में करीब 1540 यात्री सवार थे। लिगमपल्ली से चलकर ट्रेन सिकंदराबाद, नागपुर, भोपाल, झांसी, पलवल तथा हजरत निजामुद्दीन, मेरठ होते हुए सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे सहारनपुर पहुंची। 1850 किलोमीटर का सफर तय करते में ट्रेन को करीब 37 घंटे का समय लगा। लिगमपल्ली स्टेशन से चलकर ट्रेन 11 स्टेशनों पर रुकती हुई यहां पहुंची। रेलवे स्टेशन अधीक्षक कपिल शर्मा, रेलवे प्रोटोकॉल अफसर प्रदीप गिल्होत्रा, सिटी मजिस्ट्रेट एसके सोनी मौजूद रहे। यहां पहुंचे सभी कामगारों के पास सहारनपुर का टिकट था। कुछ कामगारों का कहना था कि अलग ट्रेन उपलब्ध न होने के कारण नजदीकी स्टेशन को जा रही ट्रेन का ही उन्होंने टिकट ले लिया था। सबसे अधिक बदायूं के 202 व लखनऊ के 19 कामगार थे।
इनका कहना है..
श्रमिक स्पेशल में सबसे ज्यादा बदायूं के कामगार थे। इन समेत अन्य को उनके नजदीकी गृह जनपद की ओर जा रही बसों में बैठा दिया गया। यहां पर कुल 379 कामगार उतरे जिनमें सहारनपुर के 54 लोग थे। बाकी मध्य यूपी के थे।
- अखिलेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी।