एसपी क्राइम ने शुरू की दारोगा हत्या की जांच, आज खुलेगा कमरा
सहारनपुर: ट्रेनी दारोगा कुलदीप के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए मेरठ के एसपी क्राइम बीपी अ
सहारनपुर: ट्रेनी दारोगा कुलदीप के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए मेरठ के एसपी क्राइम बीपी अशोक ने तफ्तीश को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। रविवार को एसपी क्राइम टीम के साथ देवबंद पहुंचेंगे और परिजनों की मौजूदगी में कुलदीप के मकान का दरवाजा खोला जाएगा।
31 जनवरी को देवबंद में फांसी के फंदे पर लटकी मिली ट्रेनी दारोगा कुलदीप की लाश के मामले में मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही (प्रभारी निरीक्षक थाना कुतुबशेर) व एक अज्ञात के खिलाफ थाना देवबंद में हत्या का मुकदमा कायम हुआ था। मगर कुलदीप के परिजनों को सहारनपुर पुलिस पर एतबार नहीं था, इसलिए कुलदीप की पत्नी शिल्पी व अन्य परिजनों की मांग पर एडीजी प्रशांत कुमार ने तफ्तीश मेरठ के एसपी क्राइम को सौंप दी। एसपी क्राइम ने शनिवार को अपने दफ्तर से स्टेनो को भेजकर शिल्पी व पिता अशोक के बयान भी दर्ज कराए। मृत्यु से पहले कुलदीप द्वारा जारी की गई कि ऑडियो भी ली, साथ ही यह भी पूछा कि उन्हें ऐस क्यों लगता है कि इंस्पेक्टर सिरोही ने हत्या कर शव को फांसी के फंदे पर लटकाया। शिल्पी के देवर संदीप चौधरी ने बताया कि एसपी क्राइम रविवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे वह देवबंद पहुंचेंगे और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में ही कुलदीप का कमरा खोला जाएगा। इंस्पेक्टर सिरोही की थानेदारी बरकरार
सहारनपुर: इंस्पेक्टर कुतुबशेर अभिषेक सिरोही के उपर तीन फरवरी को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था, मगर उनकी थानेदारी बरकरार है। ट्रेनी दारोगा कुलदीप की विधवा व परिवार के अन्य सदस्य सभी इससे आहत हैं, कहते हैं कि जो व्यक्ति खुद ही 302 का मुख्य आरोपित है, वह अन्यों के साथ न्याय कैसे करेगा।
दारोगा कुलदीप के भाई संदीप ने बताया कि इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही ने मेरे भाई से जूते तक उठवाए। इंस्पेक्टर की इन्हीं हरकतों की वजह से मेरे भाई की जान गई, मगर एसएसपी ने इंस्पेक्टर को दंडित करने के बजाए थाना कुतुबशेर सौंप दिया। कुलदीप बोला कि यदि अब हत्यारोपित इंस्पेक्टर को निलंबित न किया तो मुख्यमंत्री दरबार में पहुंचकर अपनी पीड़ा रखूंगा।