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जुलूस रोकने पर एसडीएम पर हमले का प्रयास

गठबंधन प्रत्याशी हाजी फजलुर्रहमान की चुनावी सभा में जुलूस के साथ शामिल होने जा रहे सपा के पूर्व एमएलसी उमर अली खान के समर्थकों ने तहसील के सामने हाईवे पर आतिशबाजी की। इसे रोकने गए एसडीएम युगराज सिंह पर भीड़ ने हमले का प्रयास किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 11:20 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 06:26 AM (IST)
जुलूस रोकने पर एसडीएम पर हमले का प्रयास
जुलूस रोकने पर एसडीएम पर हमले का प्रयास

बेहट (सहारनपुर) : गठबंधन प्रत्याशी हाजी फजलुर्रहमान की चुनावी सभा में जुलूस के साथ शामिल होने जा रहे सपा के पूर्व एमएलसी उमर अली खान के समर्थकों ने तहसील के सामने हाईवे पर आतिशबाजी की। इसे रोकने गए एसडीएम युगराज सिंह पर भीड़ ने हमले का प्रयास किया। एसडीएम व पूर्व एमएलसी में जमकर बहस हुई। जैसे-तैसे एसडीएम को भीड़ से निकाला गया। एसडीएम ने पूर्व एमएलसी व उनके भाई व दो अन्य को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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गुरुवार को कस्बे में शाकंभरी मार्ग पर स्थित एक पैलेस में गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा आयोजित की गई थी। इसमें गठबंधन में शामिल सपा व बसपा के सभी जिला स्तरीय नेता शामिल हुए। सभा के दौरान करीब दो बजे उमर अली खान व उनके छोटे भाई अली खान जुलूस के साथ बेहट पहुंचे। पेट्रोल पंप से पहले ही ये सभी गाड़ियों से उतर गए। यहां से सभा स्थल के लिए रवाना हुए। नारेबाजी करते हुए चल रहे जुलूस ने तहसील के सामने हाईवे के बीचों-बीच आतिशबाजी शुरू कर दी। शोर सुनकर एसडीएम ने युवकों को रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने एसडीएम को घेर लिया। उन पर हमले का प्रयास किया। काफी देर तक वो भीड़ के बीच घिरे रहे। पूर्व एमएलसी और उनके भाई से उनकी जमकर बहस हुई। जैसे-तैसे एसडीएम भीड़ से निकलकर तहसील के गेट तक पहुंचे। जुलूस सभा स्थल के लिए निकल गया। इसके बाद भी शाकंभरी चौराहे व उससे आगे मार्ग पर भीड़ ने आतिशबाजी की।

एसडीएम ने बताया कि अनुमति सिर्फ सभा की थी जुलूस की नहीं। उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करा दी है। इंस्पेक्टर बेहट केपी सिंह ने बताया कि उमर अली खान, अली खान, बेहट निवासी अमजद और कासिफ समेत सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ आइपीसी की धारा 147, 352, 332, 353, 186 व लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा 188/129 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ये धाराएं बलवा, हमला, सरकारी कार्य में बाधा और आचार संहिता के उल्लंघन की हैं।

एसएसआइ व एक सिपाही दिख रहे थे असहाय

गठबंधन प्रत्याशी की चुनावी सभा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर सिर्फ एसएसआइ सत्यवीर सिंह अत्री और एक सिपाही ही थे। ये भीड़ के सामने असहाय नजर आ रहे थे। अधिकांश फोर्स प्रधानमंत्री की रैली के लिए गया है। इंस्पेक्टर केपी सिंह भी शाम को लगभग 5.30 बजे ही बेहट कोतवाली पहुंचे।

इनका कहना है---

एसडीएम के सभी आरोप निराधार

एसडीएम द्वारा लगाए गए आरोपों पर उमर अली खान का कहना है कि हमले की बात निराधार है। उन्हें जलसे की अनुमति मिली हुई थी, जिसमें वह शामिल होने के लिए समर्थकों के साथ जा रहे थे। एसडीएम ने उनसे गुस्से में बात की। इसके बावजूद उनकी या समर्थकों की ओर से कोई बदसुलूकी नहीं की गई है।


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