मेडिकल कालेज में इमरजेंसी सेवाएं और ओपीडी शुरू करें : सुरेश खन्ना
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को राजकीय मेडिकल कालेज पिलखनी का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राचार्य को कोरोना टेस्टिग के लिए नई मशीनें खरीदने और ओपीडी तथा इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए।
सहारनपुर, जेएनएन। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को राजकीय मेडिकल कालेज पिलखनी का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राचार्य को कोरोना टेस्टिग के लिए नई मशीनें खरीदने और ओपीडी तथा इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए। खन्ना ने कोविड-19 वार्ड का हाल जाना और स्वस्थ हुए छह मरीजों को पुष्प देकर घर के लिए रवाना किया। जनता से अपील की कि अब उन्हें कोरोना के साथ ही जीना है, इसलिए खुद सावधानी बरतें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
मंत्री सुरेश खन्ना सुबह सवा दस बजे हेलीकाप्टर से सहारनपुर पुलिस लाइन में उतरे। यहां से प्रशासनिक अफसरों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ राजकीय मेडिकल कालेज पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने बाहर से कोविड-19 वार्ड के बारे में जानकारी ली। स्वस्थ हुए छह लोगों से बातचीत की। सभी ने मेडिकल कालेज की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। इसके बाद मंत्री सुरेश खन्ना ने मेडिकल कालेज की इमरजेंसी देखी। प्राचार्य डीएस मार्तोलिया से बातचीत कर निर्देश दिए कि कोविड वार्ड को पूरी तरह अलग कर उसकी बेरीकेडिंग की जाए। ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं बहाल कर आपरेशन शुरू किए जाएं। उन्होंने बंद हाल में मेडिकल कालेज स्टाफ व पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। मीडिया से बात करते हुए मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यहां की व्यवस्थाओं पर मरीजों ने संतोष जताया है। केंद्र व प्रदेश सरकार का मकसद कोरोना को रोकना है। इसमें हम काफी हद तक सफल भी हुए हैं। प्रदेश सरकार ने पूरे मनोयोग से कोरोना काम किया है। यही कारण है कि यूपी में कोरोना के तीन हजार मरीज भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी हमें कोरोना के साथ जीना है। इसलिए मास्क, शारीरिक दूरी व हैंड सैनिटाइजर रखना है और सरकारी निर्देशों का पालन करना है। बताया कि हमने टेस्टिग को दो सौ से बढ़ाकर 10 हजार किया है। यहां भी इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिये हैं। हमें कोरोना के साथ-साथ दूसरे मरीजों को भी देखना है। प्राचार्य ने बताया कि मंत्री के निर्देश के बाद शाम को इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। मंत्री सुरेश खन्ना ने इसके बाद मेरठ मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। यहां लोगों ने डाक्टरों पर बाहर से दवाई मंगवाने का आरोप लगाया। इस पर सुरेश खन्ना ने जांच के आदेश दिए।