Move to Jagran APP

मौलाना महमूद मदनी बने दारूल उलूम की शूरा के सदस्य

दारुल उलूम में चल रही मजलिस-ए-शूरा की तीन दिनी बैठक में मंगलवार को दूसरे दिन चौथे चरण की रात में हुई बैठक में अहम फैसला लेते हुए जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना महमूद मदनी को शूरा सदस्य बनाने के फैसले पर मुहर लगी।

By Edited By: Published: Wed, 14 Sep 2022 12:21 AM (IST)Updated: Wed, 14 Sep 2022 07:14 AM (IST)
मौलाना महमूद मदनी बने दारूल उलूम की शूरा के सदस्य
मौलाना महमूद मदनी बने दारूल उलूम की शूरा के सदस्य

सहारनपुर, जेएनएन। इस्लामिक शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद की सुप्रीम पावर कमेटी मजलिस-ए-शूरा ने बड़ा फैसला करते हुए जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना महमूद मदनी को शूरा का सदस्य बनाया है। उनके शूरा सदस्य बनने से इस्लामिक जगत में खुशी का माहौल है।

loksabha election banner

बैठक में हुआ अहम फैसला 

दारुल उलूम में चल रही मजलिस-ए-शूरा की तीन दिनी बैठक में मंगलवार को दूसरे दिन चौथे चरण की रात में हुई बैठक में अहम फैसला लेते हुए जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना महमूद मदनी को शूरा सदस्य बनाने के फैसले पर मुहर लगी। दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने बताया कि शूरा के एक सदस्य की जगह खाली थी। जिस पर सर्वसम्मति से मौलाना महमूद मदनी को शूरा सदस्य चुना गया है। बुधवार को अंतिम दिन बैठक के बाद संस्था द्वारा इसकी बाकायदा घोषणा की जाएगी। बता दें कि मौलाना महमूद मदनी के चाचा और दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद (सदर मुदर्रिस ) मौलाना अरशद मदनी पहले से ही शूरा के सदस्य हैं। मौलाना अरशद मदनी दूसरे गुट के अध्यक्ष भी है। अब आइंदा होने वाली शूरा बैठक में दोनों चाचा भतीजे एक साथ बैठक में शामिल होंगे।

- - - 

विश्वविद्यालय कार्य परिषद की बैठक में होगा बजट का अनुमोदन

सहारनपुर, जेएनएन। मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की पहली बैठक बुधवार को होगी। बैठक में विश्वविद्यालय निर्माण की प्रगति बजट का अनुमोदन, नए स्टाफ की भर्ती, कालेजों को संबद्धता आदि के मामले सहित कई बिंदुओं पर चर्चा होगी। बाद में शासन को परिषद की बैठक की संस्तुति भेजी जाएगी। जनता रोड स्थित मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य दिसंबर 2021 से शुरू हुआ था फरवरी के प्रथम सप्ताह से यहां विश्वविद्यालय का स्थाई रूप से संचालन राजकीय महाविद्यालय पुंवारका के परिसर में शुरू हो चुका है। विश्वविद्यालय कार्य समिति की बुधवार को होने वाली बैठक में सदस्यों को विश्व विद्यालय निर्माण संबंधी शासनादेशों से अवगत कराया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.