देवबंद के मौलाना हसीब सिद्दीकी का इंतकाल, क्षेत्र में गम की लहर
देवबंद की अजीम शख्सियत मौलाना हसीब सिद्दीकी का आज सुबह इंतकाल हो गया। उनके निधन की खबर से क्षेत्र में गम फैल गया। देवबंद की तमाम शख्सियतों ने रंजो गम का इजहार किया है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 01:25 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 01:25 PM (IST)
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद की अजीम शख्सियत जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, मुस्लिम फंड ट्रस्ट देवबंद के महाप्रबंधक एवं पूर्व पालिका चेयरमैन मौलाना हसीब सिद्दीकी का बुधवार सुबह इंतकाल हो गया। वे 83 वर्ष के थे। उनके इंतकाल की खबर से इलाके में गम की लहर है।
आवास पर ली अंतिम सांस
हिंदू-मुस्लिम एकता के अलमबरदार एवं खादिमुल हुज्जाज (हज सेवक) मौलाना हसीब सिद्दीकी ने मोहल्ला शाह बुखारी स्थित आवास पर सुबह करीब आठ बजे अंतिम सांस ली। मौलाना हसीब पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके इंतकाल की खबर से क्षेत्र में गम की लहर दौड़ गई। उनके आवास पर लोगों का जमावड़ा लग गया। शाम पांच बजे जनाजे की नमाज के बाद उन्हें नगर के कासमी कब्रिस्तान में सपुर्दे खाक किया जाएगा।
रंजो गम का किया इजहार
मौलाना हसीब सिद्दीकी के निधन पर दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना अबुल कासिम नोमानी, जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, जमीयत महमूद गुट के अध्यक्ष कारी उसमान मंसूरपुरी, महासचिव मौलाना महमूद मदनी, शायर डा. नवाज देवबंदी, पूर्व विधायक माविया अली, पालिकाध्यक्ष जियाउद्दीन अंसारी, डाक्टर अनवर सईद आदि ने रंजो गम का इजहार किया है।
कई इदारों का किया कयाम
मौलाना हसीब सिद्दीकी ने देवबंद में जहां बिना सूदी प्रणाली पर आधारित मुस्लिम फंड ट्रस्ट का क़याम कर अजीम काम किया, वहीं मदनी आइटीआइ और गर्ल्स कॉलेज जैसे कई संस्थान स्थापित कर युवाओं को रोजगार और शिक्षा से जोड़ने का काम भी किया। मौलाना का समाजसेवा के क्षेत्र में भी अहम योगदान रहा।
आवास पर ली अंतिम सांस
हिंदू-मुस्लिम एकता के अलमबरदार एवं खादिमुल हुज्जाज (हज सेवक) मौलाना हसीब सिद्दीकी ने मोहल्ला शाह बुखारी स्थित आवास पर सुबह करीब आठ बजे अंतिम सांस ली। मौलाना हसीब पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके इंतकाल की खबर से क्षेत्र में गम की लहर दौड़ गई। उनके आवास पर लोगों का जमावड़ा लग गया। शाम पांच बजे जनाजे की नमाज के बाद उन्हें नगर के कासमी कब्रिस्तान में सपुर्दे खाक किया जाएगा।
रंजो गम का किया इजहार
मौलाना हसीब सिद्दीकी के निधन पर दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना अबुल कासिम नोमानी, जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, जमीयत महमूद गुट के अध्यक्ष कारी उसमान मंसूरपुरी, महासचिव मौलाना महमूद मदनी, शायर डा. नवाज देवबंदी, पूर्व विधायक माविया अली, पालिकाध्यक्ष जियाउद्दीन अंसारी, डाक्टर अनवर सईद आदि ने रंजो गम का इजहार किया है।
कई इदारों का किया कयाम
मौलाना हसीब सिद्दीकी ने देवबंद में जहां बिना सूदी प्रणाली पर आधारित मुस्लिम फंड ट्रस्ट का क़याम कर अजीम काम किया, वहीं मदनी आइटीआइ और गर्ल्स कॉलेज जैसे कई संस्थान स्थापित कर युवाओं को रोजगार और शिक्षा से जोड़ने का काम भी किया। मौलाना का समाजसेवा के क्षेत्र में भी अहम योगदान रहा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें