मैंने चर्च के पादरी पद से नहीं दिया इस्तीफा: जॉन वैसली
-चर्च की बेची जा रही संपत्ति को बचाने की कर रहा था कोशिश जागरण संवाददाता सहारनपुर सीएनआई चर्च के पूर्व पादरी जॉन वैसली लंबे समय बाद मीडिया के सामने आए। बोले कि मैंने अपना इस्तीफा सीएनआई चर्च आगरा से दिया है न कि चर्च के पादरी पद से..। क्योंकि आगरा डायोसिस सीएनआई का कोई स्वामित्व सहारनपुर सेमिनारी चर्च की संपत्ति या चर्च पर नहीं है।
सहारनपुर जेएनएन। सीएनआई चर्च के पूर्व पादरी जॉन वैसली लंबे समय बाद मीडिया के सामने आए और बोले कि मैंने अपना इस्तीफा सीएनआई चर्च आगरा से दिया है। नहीं कि चर्च के पादरी पद से, क्योंकि आगरा डायोसिस सीएनआई का कोई स्वामित्व सहारनपुर सेमिनारी चर्च की संपत्ति या चर्च पर नहीं है। जनमंच प्रेक्षागृह में मीडिया से बात करते हुए चर्च के पूर्व पादरी जॉन वैसली ने बताया कि सीएनआइ चर्च के पादरी नैथानियल ने जो आरोप लगाते हुए मेरे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है, वह सरासर गलत है।
सहारनपुर सेमिनरी चर्च 1836 में प्रेसविटेरियन मिशनरीज द्वारा स्थापित हुआ था, जिसका प्रमाण चर्च में लगे हुए मेमोरियल टेबलेट है, जो कि प्रमाणित करते हैं कि यह चर्च यूसीएनआई का है। उन्होंने बताया कि सहारनपुर चर्च यूसीएनआई के कई प्रमाण पत्र हमारे पास हैं, जो कि कोर्ट में भी प्रस्तुत किए गए हैं। इसकी रजिस्टरी भी हमारे पास मौजूद है। आरोप लगाया कि कुछ लोग चर्च की संपत्ति को खुर्द बुर्द कर बेचना चाहते हैं। इसलिए मैंने चार दीवारी करवानी शुरू कर दी, लेकिन यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हुई, और मेरा तबादला कर दिया गया। इससे पहले प्रताड़ित करते हुए वेतन तक रोक दिया गया था।
जॉन वैसली ने बताया कि चर्च के मौजूदा पादरी ने मेरे खिलाफ गलत मुकदमा लिखवाया और मेरी गैर मौजूदगी में मेरे घर में चोरी तक हुई, जिसकी फुटेज भी उपलब्ध है, लेकिन पुलिस मेरी मदद करने को तैयार नहीं है।