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ताक पर कायदे, सड़क पर हादसे, 40 दिन में 35 मौत

गांव के मुकाबले शहरी ज्यादा तोड़ते हैं नियम टीएसआई पवन कुमार तोमर ने बताया कि ज्यादातर वाहन चालक ऐसे हैं जो सहारनपुर में यातायात का नियम पालन ही नहीं करना चाहते। गांव-देहात से शहर आने वाले वाहन चालक तो हेलमेट जरूर लगाते हैं मगर शहर के लोग बिल्कुल भी हेलमेट नहीं लगाते। शहर में यदि कोई बच्चा नियम तोड़ता हुआ मिलता

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 11:31 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 11:31 PM (IST)
ताक पर कायदे, सड़क पर हादसे, 40 दिन में 35 मौत

सहारनपुर जेएनएन। यह शोध, शंका और आश्चर्य का विषय है कि यातायात माह के रूप में हाल ही में माह नवंबर पूर्ण हुआ है और दिसबर के भी 10 दिन हो हो चुके हैं। इन 40 दिनों में 42 सड़क हादसों में 35 लोगों को जान गवानी पड़ी, लेकिन इससे किसी को कोई फर्क पड़ता नहीं है। घर पहुंचने की लोगों को ऐसी हड़बड़ी थी कि हमेशा के लिए अपनों से बिछुड़ गए। हादसों में जो जीवित बचे वह चलने-फिरने की हालत में नहीं बचे। बावजूद इसके पिछले 40 दिन में पुलिस ने करीब तीन हजार से ज्यादा चालान काट कर एक करोड़ से भी ज्यादा का जुर्माना लगाया गया, लेकिन लोग सुधरने को तैयार नहीं है।

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पिछले कई दशकों से यूपी पुलिस माह नवंबर को यातायात माह के रूप में मनाती चली आ रही है। इस पूरे 30 दिन में पुलिस तरह-तरह के आयोजन कर लोगों को जागरूक करने की कोशिश करती है कि यातायात नियमों का पालन किया जाए लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात जैसी ही रहती है। यातायात नियम का पालन करना तो ऐसा है कि मानों किसी से उसकी बेशकीमती चीज मांग ली हो। पुलिस विभाग के रिकार्ड की मानें तो पिछले 40 दिन में 42 हादसे हुए, जिसमें 29 जख्मी हुए और 53 लोगों को जान गवानी पड़ी। बावजूद इसके लोग सुधरने को तैयार नहीं है। दुपहिया वाहन चालक हेलमेट पहनने को तैयार नहीं तो कार चलाने वाले सीट बेल्ट नहीं लगाते।

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एक करोड़ 14 लाख वसूला जुर्माना

यातायात पुलिस ने इन दिनों में कायदे कानून तोड़ने वाले ऐसे करीब 2900 के वाहन चालकों का चालान काटा। जिनसे 11423000 करोड़ का जुर्माना लगाया गया और 20 लाख से ज्यादा की वसूली की। इसमे बिना हेलमेट के वाहन दौड़ाने वाले 5302 लोगों का चालान काटा गया, जबकि दुपहिया वाहन पर ट्रिपल राइडिग करने पर 515 का चालान काटा गया। बिना सीट बेल्ट के 488 तो बिना लाइसेंस के 2388 का चालान काटा गया।

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गांव के मुकाबले शहरी ज्यादा तोड़ते हैं नियम

टीएसआई पवन कुमार तोमर ने बताया कि, ज्यादातर वाहन चालक ऐसे हैं, जो सहारनपुर में यातायात का नियम पालन ही नहीं करना चाहते। गांव-देहात से शहर आने वाले वाहन चालक तो हेलमेट जरूर लगाते हैं, मगर शहर के लोग बिल्कुल भी हेलमेट नहीं लगाते। शहर में यदि कोई बच्चा नियम तोड़ता हुआ मिलता है तो उन्हें डांटने के बजाए बच्चों के अभिभावक ही बोलते हैं कि बिना चालान काटे छोड़ दो। इसलिए बच्चों से ज्यादा काउंसिलिग की जरूरत अभिभावकों को है।


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