सहारनपुर में शहीद जयद्रथ सिंह के अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
जयद्रथ के पाार्थिव शरीर को कल देर शाम उनके गृहनगर सहारनपुर लाया गया। जहां आज शहीद के अंतिम दर्शन के लिए भारी जनसैलाब उमड़ा।
सहारनपुर (जेएनएन)। लाइन ऑफ कंट्रोल पर परसों ही पाकिस्तान के सीजफायर के उल्लंघन के कारण शहीद जयद्रथ सिंह का आज सहारनपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वह पाकिस्तान की ओर से दागे गए स्नाइपर शॉट से सुंदरबनी सेक्टर में तैनाती के दौरान शहीद हो गये।
जयद्रथ के पाार्थिव शरीर को कल देर शाम उनके गृहनगर सहारनपुर लाया गया। जहां आज शहीद के अंतिम दर्शन के लिए भारी जनसैलाब उमड़ा। शहीद के अंतिम संस्कार में मंत्री धर्म सिंह सैनी, सुरेश राणा सहित तमाम जिले के आलाधिकारी समेत अन्य शामिल हुए। इन सभी की मौजूदगी में नम आंखों से शहीद जयद्रथ सिंह अंतिम संस्कार किया गया।
सहारनपुर के भगवानपुर गांव के रहने वाले 28 वर्ष के शहीद राइफल मैन जयद्रथ सिंह का पार्थिव शरीर कल देर शाम एयरक्राफ्ट से वायुसेना स्टेशन सरसावा लाया गया। जहां सहारनपुर के डीएम-एसएसपी ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। सरकार के आयुष मंत्री डा. धर्म पाल सिंह सैनी भगवानपुर गांव पंहुचे और शहीद के परिजनों को सांत्वना दी। शहीद के घर पहुंचे सैनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परिवार के लोगों की फोन पर बात कराई। सीएम योगी ने परिवार को सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का भरोसा दिया।
आज सुबह शहीद जयद्रथ सिंह का शव उनके पैतृक गांव भगवानपुर लाया गया। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जयद्रथ की शहादत पर जहां ग्रामीणों को गर्व है, वहीं पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा भी है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी सेक्टर में सीमापर गोलीबारी में यूपी का एक जवान जयद्रथ सिंह शहीद हो गए थे। मौत की सूचना मिलने के बाद पूरे घर में कोहराम मच गया था।
जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी सेक्टर में शहीद हुए भगवानपुर निवासी जवान जयद्रथ का पार्थिव शरीर जैसे ही रविवार सुबह आठ बजे गांव पहुंचा तो अपने लाल के अंतिम दर्शन को लोग उमड़ पड़े। परिजनों का विलाप देख वहां मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम हो गई। लोगों को जहां जयद्रथ की शहादत पर फख्र हैं वहीं पकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा भी है। करीब आधा घंटा घर में शव रखने के बाद अंतिम यात्रा शुरू हुई। हजारों ग्रामीणों के साथ ही जनप्रतिधि व पुलिस-प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। ग्रामीण जयद्रथ अमर रहे व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।
श्मशान घाट पर मौजूद सैनिकों की टुकड़ी ने शहीद को अंतिम सलामी दी। पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि छोटे सैनिक भाई जयदेव उर्फ अर्जुन ने दी। गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा, मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी, सांसद राघव लखनपाल शर्मा, विधायक कुंवर बृजेश सिंह, विधायक देवेंद्र निम, विधायक प्रदीप चौधरी, पूर्व विधायक राजीव गुंबर समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मंत्री सुरेश राणा ने शासन की ओर से शहीद की पत्नी ममता को बीस लाख व पिता को पांच लाख का चेक सौंपा। गांव में शहीद का स्मारक बनाने की भी घोषणा की।