हलाला पर सुनवाई में इस्लामी जानकारों से राय ले अदालत : उलमा
देवबंद (सहारनपुर) : सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बहुविवाह और हलाला प्रथा को चुनौती देने वाली य
देवबंद (सहारनपुर) : सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बहुविवाह और हलाला प्रथा को चुनौती देने वाली याचिकाओं को सूचीबद्ध कर विचार करने की सहमति दी और इस मामले को पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ को सौंपा। संविधान पीठ ही इस पर सुनवाई के बाद फैसला लेगी।
इस पर देवबंदी उलमा ने कहा कि इस मामले में कोर्ट को कोई भी फैसला लेने से पहले इस्लामी जानकारों से बात करनी चाहिए। दारुल उलूम जकरिया के मोहतमिम मुफ्ती शरीफ कासमी ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के समक्ष चला गया है। इसलिए अब इस मामले में कुछ भी बोलना अदालत की तौहीन होगी। उन्होंने कहा कि बेहतर हो कि सुप्रीम कोर्ट मजहबी मामलों की सुनवाई करते हुए शरीयत के जानकारों से संपर्क करे। तंजीम अब्ना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि मुसलमानों का न्यायपालिका में हमेशा विश्वास रहा है। उम्मीद है कि अदालत दीनी मामलों में इस्लामी जानकारों से राय लेने के बाद ही कोई फैसला सुनाएगी।