पश्चिम के 17 जिलों को मिलाकर हो ग्रेटर दिल्ली का निर्माण: मुखिया
पथिक सेना ने सहारनपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 17 जिलों को मिलाकर ग्रेटर दिल्ली बनाने की मांग शुरू की है।
सहारनपुर, जेएनएन। पथिक सेना ने सहारनपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 17 जिलों को मिलाकर ग्रेटर दिल्ली बनाने की मांग शुरू की है।
पथिक सेना के तत्वावधान में रविवार को दिल्ली रोड स्थित गुर्जर भवन में आयोजित सम्मेलन में पथिक सेना के अध्यक्ष मुखिया गुर्जर ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण जनहित में इसका पुर्नगठन किया जाना अति आवश्यक हो गया है। 25 करोड़ की आबादी वाले विशाल राज्य में शासन और प्रशासन के बेहतर प्रबंधन में सरकारी मशीनरी विफल साबित हो रही है। कहा कि किसी भी राज्य की जनता को सस्ता व सुलभ न्याय तभी मिल सकता है जब हाईकोर्ट उसके नजदीक हो। जबकि पश्चिम के लोगों को न्याय के लिए 700 किलोमीटर दूर प्रयागराज में जाना पड़ता है। इन समस्याओं का एक ही समाधान है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर समेत 17 जिलों को दिल्ली में शामिल कर ग्रेटर दिल्ली का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमाई का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा पश्चिमांचल से ही राजस्व के रूप में जाता है और विकास कार्यों में मात्र 18 प्रतिशत ही खर्च किया जाता है। केंद्र व प्रदेश सरकारें लगातार अतीत से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की उपेक्षा करती रही हैं, पश्चिम का विकास केवल ग्रेटर दिल्ली के निर्माण से ही संभव हो सकता है। इसी मांग को लेकर दो दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। इस प्रदर्शन में पश्चिम के सभी 17 जिलों के लोग शामिल होंगे। सम्मेलन के पश्चात मुखिया गुर्जर ने कैराना से सांसद प्रदीप चौधरी के निवास पर पहुंचकर प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन की प्रति सौंपी और ग्रेटर दिल्ली के निर्माण की आवाज संसद में उठाने का अनुरोध किया। सम्मेलन में गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुखिया गुर्जर, किसान यूनियन के नीरज चौधरी, मुकेश चौधरी, चौधरी ओमपाल सिंह, अनिल आर्य, ऋषिपाल सिंह, प्रकाशचंद धीमान, बौद्ध राम एडवोकेट, किसान नेता अरुण राणा, अशोक आर्य, अजय चौधरी आदि रहे।