मोमबत्ती से झोपड़ी में लगी आग, बच्ची की मौत
सुलतानपुर बास्तम गांव में फूस के छप्पर से बनी झोपड़ी में आग लगने से मासूम बच्ची की जिदा जलकर मौत हो गई। जबकि दो महिलाओं व दो बच्चे समेत चार झुलस गए। हादसे के
सहारनपुर जेएनएन। झोपड़ी में मोमबत्ती जलाकर सोए एक परिवार के चार लोगों को आग की लपटों ने घेर लिया। हादसे में एक मासूम बच्ची जिंदा जल गई। उसकी मां और दो भाई गंभीर रूप से झुलस गए। इनको हायर सेंटर रेफर किया गया है। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।
छुटमलपुर के फतेहपुर थानाक्षेत्र के शेरपुर चाणचक गांव निवासी नरेश कुमार की पत्नी कामिनी अपने बच्चों प्रीति उर्फ गुड़िया (6), हर्ष (8) और मनीष (12) के साथ चार दिन पूर्व मायके सुल्तानपुर बास्तम में आई हुई थी। रविवार रात कामिनी के पिता देवी सिंह के घेर में फूस के छप्पर से बनी झोपड़ी में परिवार के लोग सोए हुए थे। सोमवार अल सुबह मोमबत्ती से अचानक झोपड़ी में आग लग गई। नींद से जागे मां और बच्चे आग में तड़पने लगे। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने मिट्टी, पानी, रेत आदि डालकर बमुश्किल आग पर काबू पाया। हादसे में चारों गंभीर रूप से झुलस गए। प्रभारी निरीक्षक यज्ञदत्त शर्मा और नायब तहसीलदार राकेश कुमार पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने प्रीति को मृत घोषित कर दिया। बाकी तीनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि झोपड़ी में आग जलती मोमबत्ती के कारण लगी है। नायब तहसीलदार ने बताया कि घायलों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता राशि मुहैया करवाने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
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पूर्व विधायक ने गांव पहुंचकर जताया दुख
हादसे के बाद पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर सुल्तानपुर बास्तम गांव पहुंचीं और हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों से बात कर हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। साथ ही जिले के अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिए जाने की बात कही।