आश्वासन पर उपचार को तैयार हुए अनशनकारी किसान
साढ़ौली कदीम (सहारनपुर) : टोडरपुर चीनी मिल को चलाने की मांग को लेकर हो रहे आमरण अनश्
साढ़ौली कदीम (सहारनपुर) : टोडरपुर चीनी मिल को चलाने की मांग को लेकर हो रहे आमरण अनशन से हालत बिगड़ने वाले किसानों ने तहसीलदार सुधीर कुमार के काफी समझाने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण कराया। पिछले तीन दिनों से यह किसान स्वास्थ्य विभाग की टीम को बिना इलाज कराए ही वापस लौटा रहे थे।
गौरतलब है कि 20 अक्टूबर से चल रहे इस आंदोलन में आमरण अनशन को भी दो सप्ताह बीत रहे हैं। पहले दिनों में किसान प्रशासन के कहने पर स्वास्थ्य परीक्षण एवं जिला अस्पताल में इलाज कराने को तैयार होते रहे लेकिन इस इलाज से संतुष्ट न होने पर किसानों ने प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पिछले 4 दिनों से न तो स्वास्थ्य परीक्षण कराया और न ही इलाज के लिए सहारनपुर जिला अस्पताल जाने को तैयार हुए। किसानों का आरोप था कि प्रशासन किसानों को हतोत्साहित करने का काम कर रहा है। जिसके चलते उन्हें अनशन स्थल से उठाकर जिला अस्पताल पहुंचा दिया जाता है। वहां उनकी कोई देखभाल तक नहीं हो पाती है। इसी रोष के चलते किसान तीन दिन से इलाज को तैयार नहीं है। रविवार को चौथे दिन तहसीलदार अनशन स्थल पर पहुंचे और अनशन पर बैठे किसानों व वहां मौजूद किसान नेताओं से बातचीत की। घंटों समझाने के बाद किसान इस शर्त पर तैयार हुए कि उन्हें हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में समुचित इलाज दिए जाने के साथ ही ठीक होने पर वापस अनशन स्थल पर छुड़वाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें अनशन पर बैठे किसान डा. मेघराज सैनी, खूबचंद सैनी व कर्ण¨सह की हालत खराब बताई गई। तहसीलदार से वार्ता करने वालों में चौधरी ताहिर हसन, हाजी मुकर्रम, सतीश शर्मा, दर्शन लाल, राशिद अली व ब्रह्मपाल ¨सह आदि रहे।