इस सत्र में ने चली तो मिल पर कब्जा कर लेंगे किसान
भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने कहा कि मिल बंद होने से क्षेत्र के किसान व मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं। मिल प्रबंध तंत्र ने मिल बंद कर किसानो के साथ धोखा किया
सहारनपुर, जेएनएन। भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने कहा कि शाकुंभरी मिल बंद होने से क्षेत्र के किसान व मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं। मिल प्रबंध तंत्र ने मिल बंद कर किसानों के साथ धोखा किया है। किसानों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पेराई सत्र में शुगर मिल को यदि नहीं चलाया गया तो किसान मिल पर कब्जा कर लेंगे। इसके लिए उन्हें चाहे कोई भी बलिदान क्यों न देना पड़े।
सोमवार को साढौली कदीम में शुगर मिल पर आयोजित धरने में उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान देश में किसान की हालत बदतर है। किसानों का करोड़ों रुपये का गन्ने का भुगतान आज तक नहीं हो पाया। सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। किसानों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पिछले पांच पेराई सत्रों से बंद पड़ी शाकुंभरी शुगर मिल को यदि इस सत्र में नहीं चलाया गया तो मिल पर किसान कब्जा कर लेंगे। धरने को संगठन के जिलाध्यक्ष सुखबीर सिंह, सहारनपुर मंडल अध्यक्ष अजय पुंडीर, संजय कांबोज, जायर हुसैन चांद, चौधरी ताहिर हसन, पदम प्रकाश शर्मा, अनूप त्यागी, सुशील कंबोज, सोनी प्रधान आदि ने भी संबोधित किया।
मिल चलाने की मांग को लेकर एक वर्ष से आंदोलित हैं किसान
क्षेत्र की शाकुंभरी शुगर मिल पिछले पांच पेराई सत्रों से बंद पड़ी हुई है। किसान व मिल कर्मचारी मिल प्रबंध तंत्र पर शुरू से ही मिल को असंवैधानिक ढंग से बंद करने का आरोप लगाते आ रहे हैं। मिल चलाए जाने की मांग को लेकर पिछले वर्ष भी क्षेत्र के किसानों ने लंबे समय तक मिल पर धरना-प्रदर्शन व आमरण अनशन किया था, जिसको तत्काल डीएम आलोक कुमार पांडे ने समस्या का सकारात्मक हल निकालने के आश्वासन पर समाप्त करा था। किसानों के जबरदस्त आंदोलन के चलते मिल में मरम्मत कार्य तो पूरा हो गया था। परंतु मिल चलाए जाने की तिथि की घोषणा के बाद भी मिल चल नहीं पाई थी। इस सत्र में भी मिल चलाए जाने को लेकर मिल प्रबंध तंत्र द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण किसानों ने दोबारा आंदोलन शुरू करने की रूपरेखा तैयार की है। इस बार किसान पेराई सत्र शुरू होने तक किसी भी कीमत पर समझौते को तैयार नहीं है। आज की पंचायत में क्षेत्र के किसानों के साथ ही आंदोलन की मुख्य भूमिका में शामिल दर्शन लाल कांबोज,चौधरी हाशिम, चमेल सिंह, विशंभर सिंह, राजेश पंवार सुशील शर्मा, अनिल कुमार, नारायण सिंह, वीरेंद्र सिंह,आनंद कुमार, चौधरी रामपाल, अवनीश, इरशाद, गालीब हसन, भंवर सिंह रवि कुमार व मुकेश कुमार आदि किसान मौजूद रहे।